120 किसानों से 2300 क्विंटल की ही खरीदी
यहां एक मई से चना की समर्थन मूल्य पर खरीदी जारी है लेकिन बीते दिवस तक केवल 120 किसानों से महज 2300 क्विंटल चना की खरीदी हो पाई है। खरीदी केंद्र पर किसानों के कम आने के पीछे का कारण बताया जा रहा है कि फिलहाल दालों में तेजी का रुख बना रहने से मंडी में दलहनी फसलों के दाम बढ़ गए हैं। सरकारी खरीदी केंद्र पर उपज बेचने एवं भुगतान में लगने वाली देर भी किसानों का मोहभ्ंाग होने का कारण बताया जा रहा है। बीते सालों में महीनों बाद तक अनेक किसान माल का भुगतान पाने भटकते रहे थे। शायद इसी से एवं मंडी में ठीक दाम मिलने से किसान व्यापारी को चना बेचना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
देर से खुले खरीद केंद्र
इसके अलावा चना, मसूर खरीदी केंद्रों का एक माह से अधिक की देर से खुलना भी कम आवक का कारण माना जा रहा है। मंडी में मार्च के अंत एवं अप्रैल की शुरुआत से चना की अच्छी आवक होने लगी थी। सूत्रों की मानें तो अधिकतर किसान पहले ही व्यापारियों को चना बेच चुके हैं। अब केवल गिने-चुने किसानों के पास ही माल रह गया है। वहीं दालों में तेजी आने से किसान भी कम मात्रा में चना ला रहे हैं। बाजार की खबरों के अनुसार दालों के रेट और बढऩे की चर्चा जोरों पर है।
यह रहे गत दिवस के मंडी रेट
चना 3500 से 4080
राहर 3800 से 6115
सोयाबीन 3300 से 3300
मसूर 3400 से 4031
मूंग 5000 से 5000
(रुपए प्रति क्विंटल)
बाजार में दालों के दाम
दाल कीमत पूर्व के रेट
चना दाल 58-60 50-55
मसूर दाल 50-55 46-48
उड़द दाल 70-75 60-70
मूंग दाल छि. 65-70 60-65
राहर दाल 85-90 75-85
(रुपए प्रति किलो)