प्रदर्शन के दौरान वक्ताओं ने वर्तमान सरकार की किसान विरोधी नीतियों से आए दिन प्रदेश में किसान आत्महत्या करने मजबूर हो रहे हैं। किसानों को अनेक योजनाओं के बावजूद कोई राहत नहीं मिल रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा की गन्ना की फसल बेचने के बाद अब भी किसान भुगतान के लिए मिलों के चक्कर काट रहे हैं। किसानों को मंडियों में उनकी उपज के वाजिब दाम नहीं मिल रहे हैं। ऐसे ही फल, सब्जी के दाम कम मिलने से खेती लाभ के बजाय घाटे का सौदा साबित हो रही है। दूध के भी पर्याप्त दाम नहीं मिल रहे हैं। इस दौरान करीब आधे घंटे तक किसानों ने नारेबाजी एवं विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर प्रशासन की ओर से तहसीलदार संजय नागवंशी, एसडीओपी सुमित केरकेट्टा, टीआई अरविंद दुबे समेत गाडरवारा थाने का पुलिस बल मौजूद रहा।
प्रदर्शन में राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ की ओर से संघ के संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र पटेल, जिला उपाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह राजपूत, मंडी उपाध्यक्ष बृजमोहन कौरव, ब्लॉक साईंखेड़ा अध्यक्ष नेपालसिंह गुर्जर, जितेंद्र पटेल, आनंद पटेल, माधव पटेल, नितिन तिवारी, हेमंत पटेल, चंद्रभान अधरुज, मुकेश साहू, राजेंद्र राजपूत, महेंद्र पटेल, पुरषोत्तम पटेल, नागेंद्र चौधरी एवं राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे।
नरसिंहपुर सहित जिले की सभी कृषि मंडियों में सोमवार को भी सूनापन नजर आया। सब्जियों की आवक काफी कम रही, लोगों को ताजी सब्जियों के लिए परेशान होना पड़ा। सब्जी बाजार में बमुश्किल २५-३० प्रतिशत हरी और ताजी सब्जियों की आवक रही। आवक कम होने से सभी तरह की सब्जियों के दाम पहले की तुलना में ज्यादा रहे। जिले भर में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कड़ी नजर रखे हुए है। अधिकारी हर गतिविधि की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर किसानों के आंदोलनों को लेकर डाली जा रही पोस्टों पर भी पुलिस और खुफिया विभाग की पैनी नजर है। किसान आंदोलन को लेकर गाडरवारा और तेंदूखेड़ा संवेदनशील माने जा रहे हैं। यहां पुलिस और प्रशासन किसानों की हर छोटी बड़ी गतिविधि पर नजर रख रहा है।
आज सांईखेड़ा में प्रदर्शन
राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र पटेल का कहना कि आज ५ जून को साईंखेड़ा में संगठन द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद कल ६ जून को चीचली में शाम चार बजे से बजे से आमसभा होगी।