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अब तक मंडी से चोरी होता था अनाज अब दिनदहाड़े हुई बैंक में चोरी से मंडी में सुरक्षा पर उठे सवाल

locationनरसिंहपुरPublished: Jan 16, 2019 05:57:20 pm

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ajay khare

मंगलवार दोपहर दो नाबालिग लड़के जवाहर कृषि उपज मंडी स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कृषि शाखा से बैंक कर्मियों के लंच टाईम के दौरान तीन लाख 75 हजार रुपयों से भरा बैग ले उड़े थे। पुलिस ने इसके सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो बच्चों को चिन्हित कर पड़ताल की जा रही है। वहीं बैंक में दिन दहाड़े हुई चोरी से मंडी में किसानों, व्यापारियों की सुरक्षा पर जरूर सवालिया निशान लग रहे हैं। लोग कहते हैं अब तो मंडी से अनाज की चोरी के मामले ही प्रकाश में आते थे। लेकिन अब तो दिनदहाड़े रुपए उड़ाए जा रहे हैं। वह भी बच्चों द्वारा जो शर्मनाक घटना है।

mandi

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गाडरवारा। मंगलवार दोपहर दो नाबालिग लड़के जवाहर कृषि उपज मंडी स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कृषि शाखा से बैंक कर्मियों के लंच टाईम के दौरान तीन लाख 75 हजार रुपयों से भरा बैग ले उड़े थे। पुलिस ने इसके सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो बच्चों को चिन्हित कर पड़ताल की जा रही है। वहीं बैंक में दिन दहाड़े हुई चोरी से मंडी में किसानों, व्यापारियों की सुरक्षा पर जरूर सवालिया निशान लग रहे हैं। लोग कहते हैं अब तो मंडी से अनाज की चोरी के मामले ही प्रकाश में आते थे। लेकिन अब तो दिनदहाड़े रुपए उड़ाए जा रहे हैं। वह भी बच्चों द्वारा जो शर्मनाक घटना है।
गौरतलब रहे कि जिले की प्रमुख मंडी में शुमार गाडरवारा की गल्लामंडी सीसीटीवी कैमरों से लैस है। बीते दिनों मंडी में सीसीटीवी कैमरे लगाकर सुरक्षा के दावे किए गए थे। वहीं दूसरी ओर मंडी में लगभग एक दर्जन से अधिक गार्ड भी तैनात हैं। लेकिन इन सबके बावजूद मंडी स्थित बैंक से रुपए लेकर भागने की घटना ने किसानों, व्यापारियों को चिंतित कर दिया है।
मंडी शेडों पर घूमते रहते हैं मवेशी
लोगों ने आरोप लगाया है मंडी के गार्ड कितने चौकस हैं इसे मंडी शेड में रखे अनाज एवं फल सब्जियों में मवेशियों द्वारा मुंह मारे जाने से ही समझा जा सकता है। दिन भर मंडी के विभिन्न शेडों एवं परिसरों में आवारा मवेशियों का जमघट लगा रहता है। लेकिन कोई गार्ड मवेशियों को भगाने की जहमत नहीं करता। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर मंडी गार्ड करते क्या हैं।
मंडी परिसर में ही हैं व्यापारिक प्रतिष्ठान
मंडी परिसर में अनेकों व्यापारियों के व्यापारिक प्रतिष्ठान भी हैं। जहां से किसानों को भुगतान एवं व्यापार किया जाता है। इस घटना से व्यापारी भी डरे हुए हैं। सभी ने एक बार फिर से मंडी की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा किए जाने की जरूरत महसूस की है। एकओर मंडी में सुरक्षा के नाम पर प्रतिमाह अच्छी खासी राशि व्यय की जा रही है। वहीं दूसरी ओर सुरक्षा व्यवस्था नदारद है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है। बहरहाल इस घटना से सबक लेकर मंडी प्रशासन क्या कदम उठाता है, देखने वाली बात रहेगी। लेकिन घटना ने मंडी में सुरक्षा के दावों की पोल जरूर खोल दी है।
इनका कहना,,
गार्ड को और चौकस रहने निर्देशित किया है कोई अवांछित संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर मंडी में न जाने दें। हमने बैंक एवं चैकपोस्ट के पास गार्ड तैनात रहने के प्वाइंट बनाए हैं। हमारे मंडी के सीसीटीवी कैमरे में ही आरोपी स्पष्ट दिखे हैं। जो हमने पुलिस को उपलब्ध कराए हैं।
केपी चौधरी सचिव
जवाहर कृषि उपज मंडी गाडरवारा
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