scriptDevelopment : तो हमारे गांव में भी जले विकास का दीपक | too hamare gaw me bhi jale vikas ka deepak | Patrika News

Development : तो हमारे गांव में भी जले विकास का दीपक

locationनरसिंहपुरPublished: Sep 26, 2018 12:10:04 am

तो हमारे गांव में भी जले विकास का दीपक

too hamare gaw me bhi jale vikas ka deepak

too hamare gaw me bhi jale vikas ka deepak

नरसिंहपुर/आमगांव बड़ा। वर्षों से दर्जनभर गांव के लोगों के लिए अपने जरूरी काम से आने जाने के लिए एक नाव का ही सहारा है। शक्कर नदी में बारिश व उसके बाद तीन चार माह तक जब नदी में पानी अधिक होता है, ग्रामीणों के लिए नदी का पार करना खतरे मोल लेना जैसा होता है। यह जानते हुए भी कि खतरा है ग्रामीणों की मजबूरी उन्हें यह सब करने को मजबूर करती है। बीते दिनों पत्रिका द्वारा चलाये गये जनएजेंडा के कार्यक्रम में शक्कर नदी के नजदीकी ग्राम बघौरा इमलिया में ग्रामीणों की यह पीड़ा खुलकर सामने आई। ग्रामीण कहते हैं कि पुल बनें तो विकास का दीपक उनके गांव में भी जले। वर्तमान में गांव व विकास के बीच नदी का पुल विहीन होना ग्रामीणों को सबसे अधिक खल रहा है। ग्रामीण कहते है कि उनका जीवन बहुत कठिन है। रात में किसी परिजन की तबियत खराब हो जाने पर उसे अस्पताल तक कैसे पहुंचा पाते हैं यह वही जानते हैं। ऐसे भी मौके आए जब अस्पताल ले जाते समय ही मरीज ने दम तोड़ दिया और वह परिवार यही सोचता रहता है कि यदि पुल बना होता तो अस्पताल तक तो पहुंचा जा सकता था। स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को हर रोज नाव में बैठकर आना पड़ता है।

बारिश के मौसम नदी का जलस्तर बढऩे के कई कई दिनों तक वह स्कूल नहीं पहुंच पाते। कई बार ऐसा होता है कि गांव से स्कूल के लिए जब निकले थे तो नदी का बहाव सामान्य था लेकिन जब वापस आने लगे तो नदी में बाढ़ जैसे हालात हो गए। ऐसे में नदी पार करना दुर्घटना को आमंत्रण देना है लेकिन मजबूरी होती है जो यह सब करना पड़ता है। हमारे बच्चे रोज यह खतरा उठाते है।

ग्रामीण कहते है हमें आज तक यह नहीं बताया गया कि पुल क्यों नहीं बन रहा। पुल न होने से जिन गांवों के लोगों परेशान होते है उनमें सर्रा, खमरिया खेडा, धमेंटा, खड़ई, निगोरा, पिपरिया टोला, सिलेटी, विजनपुर, बरखेड़ा, प्रेमपुर, पापरा, सावेरी भोगरी, छींदखेड़ा कछार, महंआढ़ाना शामिल है। ग्रामीण उमाकांत दीक्षित, पूनम दीक्षित, जितेन्द्र पालीवाल, सोनू राजपूत सहित अन्य लोगों ने शासन प्रशासन से आग्रह किया है कि ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए पुल निर्माण की दिशा में पहल की जाए।

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