प्रत्येक आवास में पानी की टंकी, शौचालय, नाली, आंगन जैसी आवश्यकताओं का ध्यान रखा गया है। इसके साथ ही महिला हितग्राहियों को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के गैस कनेक्शन भी दिये गये हैं, जिससे परिवारों की महिलाओं को भोजन बनाने में परेशानी न हो। ग्राम देवरीकलां में प्रधानमंत्री आवास एक आदर्श बस्ती के रूप में बनाए गए हैं। बस्ती के सामने खुला आंगन है जिसमें पेवर ब्लाक लगाये गये हैं। इससे घरों के सामने कीचड़ नहीं होती। बस्ती का प्रत्येक आवास एक लाख 35 हजार रूपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है।
इस बस्ती में वर्तमान में 7 परिवारों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस बस्ती में पंचवती बाई गौंड़, सुखराम हल्के गौंड़, मनोज सुंदरलाल गौंड़, मोहन हीरालाल गौंड़, तुलाराम सुखलाल मेहरा, महेश हीरालाल गौंड़ और बलराम मोहकम गौंड़ के परिवार निवास कर रहे हैं। यहां रहने वाले परिवारों ने अपने आवासों को और सुसज्जित बनाने का प्रयास किया है। अपने घर के सामने सुंदर तुलसी घर बनाये हैं जिनमें तुलसी के पौधे लगाये हैं। प्रधानमंत्री आवास बस्ती में निवास कर रहे सुखराम गौंड़ रेशम कीट पालने का काम करते हैं। वे कहते हैं कि पहले कच्चे मकान में रहते थे। छत भी कच्ची होने से वर्षा का पानी टपकता था। घर के आगे कीचड़ हुआ करती थी। इन सब चीजों से प्रधानमंत्री आवास से छुटकारा मिल गया है। ग्राम पंचायत देवरीकलां के सरपंच दिनेश भारद्वाज ने बताया कि उनका प्रयास था कि ग्राम पंचायत में एक ऐसी बस्ती बने जहां गरीब व्यक्ति भी अच्छी तरह रह सके। बस्ती में बिजली, पानी, सडक़ जैसी सभी सुविधायें हों।
इस बस्ती में वर्तमान में 7 परिवारों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इस बस्ती में पंचवती बाई गौंड़, सुखराम हल्के गौंड़, मनोज सुंदरलाल गौंड़, मोहन हीरालाल गौंड़, तुलाराम सुखलाल मेहरा, महेश हीरालाल गौंड़ और बलराम मोहकम गौंड़ के परिवार निवास कर रहे हैं। यहां रहने वाले परिवारों ने अपने आवासों को और सुसज्जित बनाने का प्रयास किया है। अपने घर के सामने सुंदर तुलसी घर बनाये हैं जिनमें तुलसी के पौधे लगाये हैं। प्रधानमंत्री आवास बस्ती में निवास कर रहे सुखराम गौंड़ रेशम कीट पालने का काम करते हैं। वे कहते हैं कि पहले कच्चे मकान में रहते थे। छत भी कच्ची होने से वर्षा का पानी टपकता था। घर के आगे कीचड़ हुआ करती थी। इन सब चीजों से प्रधानमंत्री आवास से छुटकारा मिल गया है। ग्राम पंचायत देवरीकलां के सरपंच दिनेश भारद्वाज ने बताया कि उनका प्रयास था कि ग्राम पंचायत में एक ऐसी बस्ती बने जहां गरीब व्यक्ति भी अच्छी तरह रह सके। बस्ती में बिजली, पानी, सडक़ जैसी सभी सुविधायें हों।