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सड़कों पर उड़ रही बेशुमार धूल: परेशानी के साथ जनस्वास्थ्य पर तरह तरह के दुष्प्रभाव

locationनरसिंहपुरPublished: Apr 30, 2019 06:29:19 pm

Submitted by:

ajay khare

नगर में नर्मदा जलावर्धन योजना की खुदाई से सड़कें कबाड़ा हो गई हैं। उस पर सुधार न होने एवं गडढों को मिटटी से भरने से वाहन गुजरने एवं हवा चलने पर बेशुमार धूल उड़ती है। इसके अलावा नगर भर में सड़कों की ठीक से सफाई न किए जाने से सड़क के दोनों किनारों पर धूल मिटटी पड़ी रहती है। वाहनों के गुजरने पर यही धूल ठंड, गर्मी के दिनों में उड़कर मुसीबत पैदा करती है। वहीं बरसात में पक्की सड़कों पर कीचड़ के हालात बनते हैं

Dust

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गाडरवारा। नगर में नर्मदा जलावर्धन योजना की खुदाई से सड़कें कबाड़ा हो गई हैं। उस पर सुधार न होने एवं गडढों को मिटटी से भरने से वाहन गुजरने एवं हवा चलने पर बेशुमार धूल उड़ती है। इसके अलावा नगर भर में सड़कों की ठीक से सफाई न किए जाने से सड़क के दोनों किनारों पर धूल मिटटी पड़ी रहती है। वाहनों के गुजरने पर यही धूल ठंड, गर्मी के दिनों में उड़कर मुसीबत पैदा करती है। वहीं बरसात में पक्की सड़कों पर कीचड़ के हालात बनते हैं।
यहां सबसे अधिक परेशानी
नगर के बीचों बीच निर्माणाधीन राठी तिराहे से पलोहा नाका तिराहे के आगे तक बन रहीं सीसी रोड में आधा अधूरा काम हुआ है। सड़क ऊंची बनने से वाहन चालकों को चढऩे उतरने के लिए जगह जगह मिटटी डालकर टेपर बनाए गए हैं। साथ ही कई जगह रोड के छूटे हिस्सों में भी मिटटी डाली गई है। इससे यहां आवागमन में अन्य परेशानियों के साथ धूल की समस्या भी प्रमुख रूप से गहरा रही है। इसी प्रकार स्टेशन रोड, पलोटनगंज से अस्पताल रोड एवं राठी तिराहे से नई गल्लामंडी सड़क पर भी धूल उडऩे की समस्या से राहगीर आने जाने के दौरान हलाकान होते हैं। दोपहिया वाहन चालकों को आंखों में धूल भरने से गाड़ी चलाने में परेशानी होती है। वहीं रात के समय वाहनों से उड़ती धूल धुंध की तरह दिखाई देती है।
यह हो रहे दुष्प्रभाव
धूल के संपर्क में रहने से लोगों को एलर्जी के चलते अक्सर सर्दी जुकाम बने रहना, छींके आना। आंखों में जलन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही कुछ लोगों ने धूल की एलर्जी से बाल झडऩे की समस्या भी बताई है। चिकित्सकों का कहना है कि उड़ती धूल के बारीक कण जिन्हे र्फाइन डस्ट कहा जाता है। फेंफड़ों में जाकर जमते रहते हैं। इनसे दमा एवं कई प्रकार की बीमारियों की आशंका रहती है। दूसरी ओर धूल एलर्जी का प्रमुख कारण होती है। जो अनेक बीमारियों के लक्षण के रूप में सामने आती है।
ठीक से हो सफाई
लोगों की मांग है कि नपा द्वारा सबसे पहले सड़क किनारे लगे धूल के अंबार हटाए जाएं। सफाई कर्मियों को निर्देश देकर पूरी सड़क की सफाई कराई जाए। साथ ही आने वाले समय में सड़क किनारे फुटपाथ टाइल्स लगाने से धूल से बहुत हद तक निजात मिल सकती है।
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