ग्रामीणों का कहना है कि अव्वल तो उन्हें योजना का लाभ मिल नहीं रहा, जिन्हें मिला भी वो दूसरी तीसरी किस्त के लिए अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। लेकिन जिम्मेदार सुनने को तैयार नहीं। ग्रामीण इस समस्या के लिए सरपंच-सचिव को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। कहते हैं कि इनसे शिकायत करने पर ये भी हीलाहवाली करते रहते है। ऐसे पीड़ित पात्र ग्राम तिघरा के ग्रामीणों ने जनपद में सीईओ के नाम ज्ञापन सौंपा है।
अतरिया ग्राम पंचायत के तहत आने वाले ग्राम तिघरा से बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिलाओं सहित जनपद पहुंचे। ग्राम के राजेंद्र कुमार, महेंद्र, किशन, रामप्रसाद कहार, धनसिंह, टेकसिंह, गुलाब, सुखचैन, मेरसिंह, सुशील, उत्तराबाई, पीतम, उजयार सिंह, शंकरलाल, जगदीश, प्रेमलाल, कमलेश, अतुल, राजकुमार, हीरालाल आदि ने कहा कि उन्हें पात्र होने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।
ग्रामीणों ने बताया कि वह सभी अनुसूचित जनजाति, पिछड़ावर्ग से है जिनकी आर्थिक स्थिति दयनीय है और आवासहीन है। कच्चे मकानों में गुजर बसर कर रहे है। ग्राम के पात्र लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ समय पर नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों ने सीइओ के नाम दिए ज्ञापन में मांग की है कि सचिव, सरपंच को आदेशित किया जाए कि पात्र परिवारों को योजना का लाभ दिया जाए।