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क्या मंडी के बैंक में चोरी करने वालों के पीछे था कोई गिरोह

locationनरसिंहपुरPublished: Jan 19, 2019 12:49:03 pm

Submitted by:

ajay khare

पत्रिका सरोकार बाहरी तत्वों से बिगड़ रही है क्षेत्र की फिजा !

Chori

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गाडरवारा। किसी भी क्षेत्र में जब विकास की गतिविधियां आगे बढ़ती हैं तो साथ ही साथ उसक कुछ साइड इफेक्ट भी सामने आने लगते हैं। और यदि प्रशासन इस सबमें अपनी उचित भूमिका नहीं निभा पाता तो क्षेत्र की फिजां बिगडने में भी समय नहीं लगता। कुछ ऐसा ही गाडरवारा क्षेत्र में भी दिखाई देने लगा है। क्षेत्र में एनटीपीसी के आने से क्षेत्र में विकास को गति मिल रही है। लेकिन साथ ही क्षेत्र में बाहरी तत्व सक्रिय होने लगे हैं। बाहर के अनजान लोग यहां अड्डा जमाने लगे हैं। कुछ तो यहां काम के लिए आए हैं पर कुछ ऐसे भी हैं जिनका इरादा कुछ ओर ही है जो कि कमसे कम नेक तो नहीं ही है। इस तरह के लोगों का उद्देश्य साफ है। वे बाहर से आए इन अनजान लोगों के भीड़ का हिस्सा बनकर अपनी क्राइम की गतिविधियों को आसानी से अंजाम देने की फिराक में आकर जमे है। कौन बाहरी व्यक्ति वास्तव में काम के लिए आया है और कौन गलत इरादे से यह समझ पाना आमजन के लिए संभव हो ही नहीं सकता। विगत दिवस नई गल्ला मंडी में स्थित बैंक से एक लड़के द्वारा रुपयों से भरा बैग लेकर भाग जाना इस सबका जीता जागता उदाहरण है। क्या यह नाबालिक लड़का बजा हुआ चोर था ? या फिर यह कि वो एक संचालित गैंग का हिस्सा था। जिसे उनके द्वारा इस सबके लिए उपयोग किया गया! और यदि ऐसा है तो फिर ए चिंता का विषय नहीं है क्या कि यह सिर्फ एक घटना नहीं है वरन आगे आने वाली फिल्म का ट्रेलर है। अब आगे किसी की दुकान से या घर से सामान लेकर भागने की घटनाएं नहीं होगी इसकी गारंटी कौन लेगा। और आज इन बच्चों के माध्यम से चोरी चकारी वाला गैंग तो कल देखादेखी में कोई और गैंग क्यों नहीं। सवाल उठता है कि आखिर इन सबका उपाय क्या है? उपाय है और वह है प्रशासन की व आमजन की सक्रियता। प्रशासन को सख्त होना पड़ेगा कि वो फालतू बाहरी लोगों की आमद पर लगाम लगाए। जो भी लोग वो चाहे एनटीपीसी से जुड़े हैं या अन्य उन्हे यह स्पष्ट कर दिया जाए कि यदि वे किसी बाहरी व्यक्ति को काम पर रखते हैं तो उन्हे आवश्यक रूप से पुलिस प्रशासन को इसकी जानकारी देना होगी। जो भी लोग अपने मकान को किसी बाहरी व्यक्ति को किराए पर दे रहे हैं उन्हे भी उसकी जानकारी पुलिस प्रशासन को देने को बाध्य किया जाए। होटलों में रूकने वाले व्यक्तियों की आईडी आवश्यक रूप से ली जाए, होटल के रजिस्टर में दर्ज करें कि वे काम से कहां जाने वाले हैं। साथ ही तीन दिन से ज्यादा लगातार होटल मे रूकने वालों की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी जाए। इसके अलावा किसी और अनावश्यक रूप से क्षेत्र में रूकने वाले व्यक्ति का उसके गृह नगर से पुलिस रिकार्ड मांगा जाए और अनावश्यक पाए जाने पर उसको क्षेत्र से बाहर किया जाए। इस सबमें आमजन को प्रशासन का सहयोग करना होगा। इस तरह के व अन्य तमाम उपाय करने पर ही इस तरह के क्राइम को क्षेत्र में बढने से रोका जा सकेगा। अन्यथा और भी क्राइम की गतिविधियां क्षेत्र में बढने में समय नहीं लगेगा। और बाद में इस सबको कंट्रोल करना और कठिन होता जाएगा। साथ ही साथ क्षेत्र के लोगों को भी बेहतर जागरूक होना होगा। अनवांछित प्रतीत होने वाले लोगों और अनवांछित दिखने वाली गतिविधियों को शासन प्रषासन के लोगों तक पहुंचाने का धर्म उनको पूरा करना होगा। लोगों ने आशा की है कि सभी संबंधित इस सबको गंभीरता से लेंगे।

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