नरसिंहपुरPublished: May 04, 2019 06:05:00 pm
ajay khare
मुस्लिम समुदाय का रमजान माह महज एक दो दिन में चांद के दीदार के साथ ही प्रारंभ हो जाएगा। रमजान के इस माह को काफी बरकतों वाला माना गया है। एक माह के रोजे रखकर मुस्लिम लोग खुदा की इबादत में लीन रहते हैं। चांद दिखते ही मस्जिदों में बाद नमाज इशा तरावीह हाफिजे कुरान द्वारा पढ़ाई जाएगी जो पूरे रमजान माह चलेगी। तरावीह की नमाज में बड़ी संख्या में नमाजी शामिल होकर तिलावते कलामे पाक के साथ नमाज अता करते हैं।
Ramzaan
गाडरवारा। मुस्लिम समुदाय का रमजान माह महज एक दो दिन में चांद के दीदार के साथ ही प्रारंभ हो जाएगा। रमजान के इस माह को काफी बरकतों वाला माना गया है। एक माह के रोजे रखकर मुस्लिम लोग खुदा की इबादत में लीन रहते हैं। चांद दिखते ही मस्जिदों में बाद नमाज इशा तरावीह हाफिजे कुरान द्वारा पढ़ाई जाएगी जो पूरे रमजान माह चलेगी। तरावीह की नमाज में बड़ी संख्या में नमाजी शामिल होकर तिलावते कलामे पाक के साथ नमाज अता करते हैं। बताया है यदि रविवार को चांद दिखता है तो सोमवार को पहला रोजा रखा जाएगा। रोजेदारों के लिए मुस्लिम समुदाय के घरों से मस्जिदों में अफ्तारी भेजी जाती है, और मस्जिद में सामुहिक रूप से रोजा अफ्तार किया जाता है। मुस्लिम समुदाय में रमजान की खुशी के साथ जोर शोर से तैयारियां की जा रही है। शहर की दोनों मस्जिदों में तैयारियों का दौर शुरू हो गया है। इस मुबारक महीनें में इबादत और तिलावत का सिलसिला चरम पर रहेगा। मस्जिदों में साफ सफाई, सजावट एवं लाऊडस्पीकर दुरूस्त किए जा रहे हंै। मुस्लिम घरों में सहरी एवं इफ्तार को लेकर तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं। रोजेदारो के लिए अफ्तार के दौरान विभिन्न पकवान घरों से बनकर मस्जिद पहुंचते हंै। जहां मस्जिदों में सामूहिक रोजा अफ्तार होता है वही घरों घर रोजा अफ्तार कराने का सिलसिला भी जारी रहता है। माहे रमजान में नमाजियों की तादात बढ़ जाती है। शाम के वक्त मस्जिद की ओर बच्चे अफ्तार लेकर जाते हुए काफी खुश नजर आते हंै। इस्लाम धर्म के मुताबिक रमजान का महिना काफी अफजल एवं नेमतो का महिना है। इस महिने में खुदाये पाक की जितनी इबादत की जाए उतनी कम है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान तकरीर में रमजान मुबारक का जिक्र किया गया। मुस्लिम समुदाय ने नगरपालिका परिषद से मांग की है कि रमजान त्यौहार को दृष्टिगत रखते हुए मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में साफ सफाई एवं विद्युत पोलों पर उचित प्रकाश व्यवस्था की जाए।