सामंजस्य से कर रहे वर्क फ्राम होम, सभी काम चल रहे सुचारू
नरसिंहपुरPublished: May 25, 2020 09:26:59 pm
नई राहें वर्क फ्राम होम-लॉक डाउन के तहत कम स्टाफ के साथ ऑफिस में और शेष स्टाफ के वर्क फ्राम होम व्यवस्था में काम करने का बीआरसी कार्यालय का अनुभव उत्साहवर्धक है।
नरसिंहपुर. लॉक डाउन के तहत कम स्टाफ के साथ ऑफिस में और शेष स्टाफ के वर्क फ्राम होम व्यवस्था में काम करने का बीआरसी कार्यालय का अनुभव उत्साहवर्धक है। चाहे स्कालरशिप योजना के तहत जानकारी देना हो या फिर यू डाइस डाटा फीडिंग काम हो या फिर बच्चों के मध्यान्ह भोजन के खातों का सत्यापन,ये सभी कार्य आम दिनों में बीआरसी कार्यालय से संपादित होते रहे हैं लेकिन इन दिनों लाकडाउन के चलते सांईखेड़ा विकासखंड के बीआरसी कार्यालय के सभी कर्मचारी अपने अपने कामों को घरों से अंजाम दे रहे है।
एक दूसरे के साथ आपसी सामंजस्य बना काम करने की कु शलता ने इनका काम काफी आसान कर दिया है। वर्क फ्राम होम में इन्हें यह फायदा हुआ है कि सामान्य दिनों की भांति कार्यालय पहुंचने की चिंता नहीं रहती है। ज्ञात हो साईंखेड़ा विकास खंड के जनपद शिक्षा केन्द्र कार्यालय में बीआरसी,एक बीएसी,एक लेखापाल और एक एमआईसी कोआर्डिनेटर सहित कुल चार का स्टाफ है। लाक डाउन के शुरू होते ही आफि स बंद हो गया। यहां के बीआरसी चंदन शर्मा बताते हैं कि जब से वर्क फ्राम होम का कांसेप्ट लागू हुआ है तभी वरिष्ठ अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन का दायित्व अपने घर से ही निभा रहे हैं। हालांकि कोरोना आपदा नियंत्रण हेतु चेक पोस्ट पर शिक्षकों की ड्यूटी से संबंधित कार्यों के लिए तहसील के कंट्रोल रूम भी जाना पड़ता है। जनपद शिक्षा केन्द्र के एमआईएस कोआर्डीनेटर वेदप्रकाश राजपूत भी अपने घर पर रहकर आफि स का काम कर रहे हैं। वेदप्रकाश राजपूत बताते हैं कि इस समय पूरे साईंखेड़ा विकासखंड के स्कूलों के यू डाईस डाटा की फ ीडिंग का काम अपने घर पर रहकर कम्प्यूटर से कर रहे हैं। यू डाइस डाटा के अलावा स्कालरशिप,स्कूलों के मध्यान्ह भोजन खातों के सत्यापन और निजी स्कूलों में प्रवेश लेने वाले वंंचित समूह और कमजोर वर्ग के बच्चों के लि 25 प्रतिशत सीटों के सत्यापन का काम भी चल रहा है। आरटीई प्रभारी बीएसी मनीराम मेहरा भी घर से ही निजी स्कूलों के संचालकों से फ ोन पर जानकारी जुटा कर बीआरसी से समन्वय बनाकर सारी जानकारी एमआईएस कोआर्डिनेटर तक पहुंचाते हैं।
विशेषज्ञ की राय
पर्यावरणविद् नीरज श्रीवास्तव का कहना है कि वर्क फ्राम होम से लोगों के द्वारा कार्य करने से वाहनों की आवाजाही कम हो रही है जिससे धूल धुआं जैसे प्रमुख कारक कम हो रहे हैं और विशेषकर कर्मचारियों द्वारा अति आवश्यक कार्यों को तेजी के साथ कम व्यवस्थाओं में भी पूरी तन्मयता के साथ निपटाया जा रहा है। प्राकृतिक दृष्टि से यह एक सही कदम भी है।