कैटरिंग सर्विस बंद, ढूंढा विकल्प
कोरोना से पहले इस टीम के कुछ लोग पुश्तैनी पेशे में थे तो कुछ कैटरिंग का काम करते थे। कोरोना के बाद अन्य व्यवसायों की तरह उन पर भी संकट आ पड़ा तो सब ने मिलकर रेस्टोरेंट खोलने का फैसला लिया। इनका हौसला देख कई संगठनों ने रेस्टोरेंट खोलने में मदद भी की। जिला कलक्टर ने रेस्टोरेंट का उद्घाटन किया।
कोरोना से पहले इस टीम के कुछ लोग पुश्तैनी पेशे में थे तो कुछ कैटरिंग का काम करते थे। कोरोना के बाद अन्य व्यवसायों की तरह उन पर भी संकट आ पड़ा तो सब ने मिलकर रेस्टोरेंट खोलने का फैसला लिया। इनका हौसला देख कई संगठनों ने रेस्टोरेंट खोलने में मदद भी की। जिला कलक्टर ने रेस्टोरेंट का उद्घाटन किया।
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क्वालिटी पर ध्यान, सब मिल कर करते हैं कामशहर में कोई भी इन्हें अपनी दुकान देने को तैयार नहीं था। सभी चार महीनों तक भटकते रहे। अंत में अरुण कुमार मेनन ने अपनी दुकान इन्हें किराए पर दी। टीम की प्रमुख रुबिका ने बताया कि हमें शुरू से क्वालिटी पर ध्यान दिया है। सभी लोग मिल कर काम करते हैं।
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बन गई फुटवियर ब्रांड की मॉडलऐसी ही एक अन्य घटना में गुजरात के सूरत की किन्नर राजवी जान नाच-गाने से दूर लोगों के लिए मिसाल बनी हैं। सूरत से फुटवियर का कारोबार करने वाली एक महिला उद्यमी ने अपने ब्रांड ‘द सीक्वेंस स्टोरी’ के लिए सोशल मीडिया पर चर्चित राजवी जान को मॉडल बनाया है। राजवी को कोरोना में लॉकडाउन ने बहुत कुछ सीखा दिया। नाच-गाना छूटा तो राजवी ने नमकीन की दुकान खोली। इस दौरान सोशल मीडिया पर वह खूब चर्चित हुई। दुकान चल निकली तो राजवी ने मॉडलिंग में हाथ आजमाए।