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Good News : मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग में 12 से 16 माह में पैदा होंगी 2.50 लाख तक नौकरियां

Mobile Manufacturing : अगले 12-18 महीने में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 1.50 लाख से 2.50 लाख तक नौकरियों पैदा होने की उम्मीद है।

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मोबाइल फोन विनिर्माण गतिविधियों में आ रही तेजी से अगले 12-18 महीने में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 1.50 लाख से 2.50 लाख तक नौकरियों पैदा होने की उम्मीद है। केंद्र सरकार की ओर से पीएलआइ स्कीम के जरिए इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के साथ वैश्विक स्तर पर मोबाइल ग्राहकों की संख्या बढऩे से यह संभव होगा। स्टाफिंग फम्र्स के मुताबिक, भारत में एपल के अनुबंध वाली तीन कंपनियां फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन के साथ भारतीय कंपनी डिक्सन टेक्नोलॉजी निर्माण क्षमता बढ़ा रही हैं।

तीन साल में 05 लाख नौकरियां पैदा हुईं
मोबाइल हैंडसेट निर्माता कंपनियां घरेलू और निर्यात की मांग को पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रही हैं। एपल आक्रमक तरीके से चीन से अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को भारत शिफ्ट कर रहा है। स्टाफिंग फर्म टीमलीज सर्विसेज की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले तीन वर्षों में भारत सरकार ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआइ) योजना के तहत इस क्षेत्र में 05 लाख नौकरियां पैदा की हैं। वहीं रैंडस्टैड इंडिया के मुताबिक, 2023-24 में इस क्षेत्र में 1.20 लाख रोजगार पैदा हुए। 2026 तक मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 03 लाख रोजगार पैदा होने की उम्मीद है।

12 अरब डॉलर का आइफोन बनाएगी एपल
मेक इन इंडिया के तहत मैन्युफैक्चरिंग कैपिसिटी का विस्तार करने के लिए भारत ने वर्ष 2025-26 तक 300 अरब डॉलर का इलेक्ट्रॉनिक सामान उत्पादित करने का लक्ष्य रखा है। एपल 2023-24 में भारत में 12 अरब डॉलर मूल्य के आइफोन बनाने का लक्ष्य रखा है। यह उसके पूरी दुनिया में हो रहे निर्माण का लगभग 12 % हिस्सा होगा। हाल में गूगल ने अपने पिक्सल स्मार्टफोन को भारत में बनाने की घोषणा की है।