सीबीआई ने कहा कि उसके पास तावड़े के खिलाफ ‘साइबर फॉरेंसिक सबूत’ हैं और शुक्रवार को रात 8.30 बजे के आसपास गिरफ्तारी से पहले उससे घंटों पूछताछ की गई। इससे पहले, सीबीआई ने तावड़े के आवास पर छापा मारा था और पनवेल में सनातन संस्था में उनसे पूछताछ की थी। बंबई उच्च न्यायालय के निर्देश पर मामले को अपने हाथ में लेने के बाद सीबीआई ने पहली गिरफ्तारी की है। सनातन संस्था के एक प्रवक्ता ने कहा कि तावड़े एचजेएस के सदस्य नहीं हैं और संस्था के नाम को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है।
दाभोलकर की 20 अगस्त, 2013 को पुणे स्थित उनके घर के निकट ओमकारेश्वर पुल के पास मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनके परिवार का दावा है कि जब से उन्होंने तर्कवाद को बढ़ावा देना शुरू किया, उन्हें कथित तौर पर दक्षिणपंथी संगठनों द्वारा निशाना बनाया जा रहा था, जो उनके अभियान से व्यथित थे। तावड़े के अलावा, सीबीआई फरार एक अन्य दक्षिणपंथी कार्यकर्ता सारंग अकोलकर की तलाश कर रही है, जिसे गोवा में साल 2009 में हुए विस्फोट के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी भी तलाश रही है।