शुक्रवार को केरल के कलपेट्टा थाने की पुलिस ने कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि राहुल गांधी के ऑफिस में तोड़फोड़ और महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़ने के मामले में कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। इन चारों आरोपियों में एक राहुल गांधी का स्टाफ भी है। मालूम हो कि 24 जून को राहुल गांधी के वायनाड स्थित ऑफिस में तोड़फोड़ की घटना हुई थी।
राहुल गांधी के ऑफिस में तोड़फोड़ का आरोप लेफ्ट के स्टूडेंट विंग एसएफआई पर लगाया गया था। यूथ कांग्रेस ने तब यह कहा था कि एसएफआई के गुंडों ने राहुल गांधी के दफ्तर में तोड़फोड़ की। कुर्सियां, टेबल आदि तोड़ दिए। आलमीरों में रखे कागजात इधर-उधर फेंकते हुए दफ्तर में लगे महात्मा गांधी की तस्वीर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। लेकिन अब पुलिस की छानबीन के बाद जब इस मामले का सच सामने आया तो हरकोई हैरान रह गया।
पुलिस के अनुसार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ही राहुल गांधी के दफ्तर में तोड़फोड़ की। हालांकि अभी पुलिस ने तोड़फोड़ के कारणों की जानकारी नहीं दी है। लेकिन यह जरूर बताया कि इस मामले में गिरफ्तार चार कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में एक राहुल गांधी का स्टाफ भी है। मालूम हो कि 24 जून को राहुल गांधी के ऑफिस में हुए तोड़फोड़ का वीडियो भी सोशल मीडिया पर आया था।
तोड़फोड़ के वीडियो में कई लोग राहुल गांधी के दफ्तर में रखे गए सामानों को क्षतिग्रस्त करते नजर आए थे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दफ्तर का मामला सामने आते ही यह घटना सुर्खियों में आई थी। जिसके बाद केरल पुलिस पर भी कार्रवाई को लेकर दवाब बना था। लेकिन अब जब केरल पुलिस ने मामले का खुलासा किया तो कांग्रेस के लोग भी हैरान है। मालूम हो कि राहुल गांधी इस समय वायनाड से ही सांसद है।