राघव चड्ढा ने मीडिया से बातचीत में कहा, “पूरी दुनिया से गोल्डन टेम्पल में लाखों लोग रोज आते हैं। ये सभी गोल्डन टेम्पल के बाहर बने सराय हैं जिन्हें गुरुद्वारा प्रशासन चलाता है उनपर केंद्र सरकार ने उसपर 12 फीसदी GST लगा दिया है। ऐसा कर सरकार ने संगत और संगत की सेवा का अपमान किया है। ये टैक्स हमें मुगल काल के शासक औरंगजेब जज़िया टैक्स की यादा दिलाता है जब उसने तीर्थयात्रा पर जज़िया लगाकर टैक्स वसूलना शुरू किया था।”
सराय पर जीएसटी हटाने की मांग
उन्होंने आगे कहा, “ठीक उसी प्रकार इस सरकार ने सराय पर जीएसटी लगाकर एक गलत काम किया। आज मैं वित्त मंत्री से मुलाकात कर पूरी संगत और 3 करोड़ पंजाबियों की ओर से विनती की कि वो इस टैक्स को वापस लें। हमारी श्रद्धा, भक्ति, भावना पर इस तरह का कोई टैक्स नहीं लगाया जाना चाहिए।”
राघव चड्ढा ने कहा, “टैक्स मुनाफे पर लगाया जाता है, या मुनाफे के लिए जो संस्थाएं बनी हैं उनपर लगाया जाता है। जो संस्था मुनाफे के लिए नहीं, सेवा के लिए बनी है उनपर टैक्स नहीं लगता है। इस सरकार ने ऐसी संस्थाओं पर टैक्स लगाने का काम किया है। सरकार को टैक्स लगाने के बेसिक रूल को भी बताया।”
वित्त पैकेज की मांग
राघव चड्ढा ने आगे बताया कि “इसके साथ एक और बड़ा मुद्दा, पंजाब को एक बाद वित्त पैकेज देने का। पंजाब ने अपना पेट काटकर देश का पेट भरने का काम किया। पंजाब के किसानों ने, पंजाब ने 1965 में जब देश में अनाज की कमी हुई तब देश का पेट भरा। इससे पंजाब का पानी सूखता गया और आज हालत इतनी खराब है कि 600 फिट तक में भी पानी नही मिलता। पंजाब को अतिरिक्त वाटर रिसोर्स की बहु मांग की। सदियों से केंद्र सरकार जो पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार करती आई है ये अब बंद होगा। पंजाब का जो हक है वो उसे मिलेगा और आम आदमी पार्टी इसके लिए लड़ती रहेगी।”
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नयी MSP कमेटी बनाने की मांगMSP कमेटी को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, “MSP के लिए बनाई गई कमेटी को किसानों के लिए एक धोखा बताया। इसमें केवल बीजेपी के सपोर्टर, समर्थक या सदस्य शामिल हैं। ये कमेटी कभी भी किसान का हित नहीं सोच सकती। इस कमेटी को भंग कर एक नई MSP कमेटी का गठन किया जाना चाहिए।”
प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी कांग्रेस तिरंगे को लेकर सियासत करते रहे, इस लड़ाई के बीच दिल्ली सरकार तिरंगे का और भारत की आजादी को मानने के लिए दिल्ली में बहुत बड़ा कार्यक्रम करने जा रही है।”