24 जून को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन (Dakaunda) के अध्यक्ष बूटा सिंह बुर्जगिल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 'बुधवार को देश भगत यादगार हॉल में 22 किसान संघों की एक बैठक हुई। इस बैठक में हमने तय किया है कि हम पंजाब में चल रही पानी की समस्या को भी उठायेंगे और अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं के समर्थन में भी विरोध करेंगे।'
बूटा सिंह बुर्जगिल ने आगे कहा कि 'सभी संघ 24 जून को पंजाब भर में जिला प्रशासन परिसरों के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान अग्निपथ योजना को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए उपायुक्तों, SDM या तहसीलदार को राष्ट्रपति के लिए एक ज्ञापन सौंपेंगे।'
भारतीय किसान यूनियन (Dakaunda) के अध्यक्ष बूटा सिंह बुर्जगिल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 'बुधवार को देश भगत यादगार हॉल में 22 किसान संघों की एक बैठक हुई। इस बैठक में हमने तय किया है कि हम पंजाब में चल रही पानी की समस्या को भी उठायेंगे और अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे युवाओं के समर्थन में भी विरोध करेंगे।'
बूटा सिंह बुर्जगिल ने आगे कहा कि 'सभी संघ 24 जून को पंजाब भर में जिला प्रशासन परिसरों के बाहर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान अग्निपथ योजना को तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए उपायुक्तों, SDM या तहसीलदार को राष्ट्रपति के लिए एक ज्ञापन सौंपेंगे।'
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सेना से सार्वजनिक माफी की मांगइसके अलावा किसान संघों ने सेना, नौसेना और वायु सेना प्रमुखों से सार्वजनिक माफी की मनाग की है। ये माफी हाल ही में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना द्वारा दिए गए एक बयान से जुड़ा है। इस दौरान सेना ने कहा था कि जो भी सेना में भर्ती के लिए अप्लाइ करेगा और वो चुना जाता है तो उसका प्लेज और पुलिस वेरीफिकेशन भी किया जाएगा जिसमें कहा जाएगा कि वो विरोध या बर्बरता का हिस्सा नहीं था। भारतीय किसान यूनियन (Dakaunda) के अध्यक्ष बूटा सिंह बुर्जगिल ने कहा कि सेना के अधिकारियों को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए।
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