उत्तराखंड की पहाड़ी दूरस्थ क्षेत्रों में आपातस्थिति के दौरान गंभीर बीमारी की दवाएं या दुर्घटना में गंभीर घायल के लिए ब्लड कंपोनेंट कुछ ही मिनटों में पहुंचाया जा सकेगा। एम्स से ड्रोन दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए उड़ान भरेगा। ड्रोन मेडिकल सेवा के नोडल अधिकारी डॉ.जितेंद्र गैरोला ने बताया कि अभी सेवा की शुरुआत सीएचसी चंबा से की गई है। चंबा के लिए ड्रोन तीन उड़ानें भर चुका है।
ड्रोन दीदी दे रही हैं सेवा
डॉ. गैरोला ने बताया कि इस सेवा के लिए महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ड्रोन से सामग्री उतारना या चढ़ाने का प्रशिक्षण दिया गया है। इन्हें नमो ड्रोन दीदी का नाम दिया गया है। मेडिकल ड्रोन सेवा के लिए टिहरी, चंवा, हिंडोलाखाल और यमकेश्वर के लिए मैपिंग हो चुकी है। इन स्थानों के लिए पाथ तैयार कर लिया गया है। अन्य स्थानों के लिए भी अब पाथ तैयार किया जा रहा है।