घटना सत्यसांईबाग कालोनी की है। यहां रहने वाले करण पिता धर्मेंद्र को कल उसके परिजन गंभीर अवस्था में एमवाय अस्पताल लेकर आए थे। उसकी हालत देखते हुए डॉक्टरों ने तत्काल भर्ती कर उपचार शुरू किया। धर्मेंद्र ने बताया कि करण चार- पांच दिन से रोज देर रात शराब पीकर आ रहा था।
उसकी शराबखोरी से परेशान परिजनों ने कल शाम उसको फटकार लगाई। माता-पिता की डांट से नाराज होकर वह उनके साथ शादी समाहरोह में भी नहीं गया। परिजन जब चले गए तब युवक ने मां की साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। परिजनों को रास्ते में कुछ शंका हुई तो वे वापस घर आए, तो करण फंदे पर लटका मिला। फंदे पर लटका देख मां ने शोर मचाया।
शोर सुनते ही पड़ोसी मौके पर पहुंचे और उसे फंदे से उतारकर एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसका उपचार चल रहा है। अभी करन की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। इस मामले में बाणगंगा पुलिस का कहना है कि उसके होश में आते ही पता चल पाएगा कि उसने फांसी क्यों लगाई।
जहर खाने से नाबालिग की मौत
इंदौर द्य सदर बाजार थाने क्षेत्र में रहने वाली एक लड़की ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली। सोमवार रात दस बजे निमरा पिता नूरअली निवासी जूना रिसाला को उसके परिजन गंभीर हालत में एमवाय अस्पताल लेकर आए थे। निमरा के पिता ने बताया कि उसने जहर खाया है।
इंदौर द्य सदर बाजार थाने क्षेत्र में रहने वाली एक लड़की ने जहर खा कर आत्महत्या कर ली। सोमवार रात दस बजे निमरा पिता नूरअली निवासी जूना रिसाला को उसके परिजन गंभीर हालत में एमवाय अस्पताल लेकर आए थे। निमरा के पिता ने बताया कि उसने जहर खाया है।
करीब दो घंटे चले इलाज के बाद निमरा ने दम तोड़ दिया। जहर क्यों खाया इसका कारण अभी अज्ञात है। मृतका तीन भाई-बहनों में सबसे छोटी थी और उसके पिता रिक्शा चलाते हैं। घटना की जारकारी अस्पताल से संबंधित थाने को दी गई। निमरा की मां ने बताया कि वो तो कल बाहर थी जब वो घर पहुंची तो उसने देखा की उसकी बेटी की तबियत खराब हो रही है।
वह बहुत देर तक पूछती रही कि उसे क्या हुआ है, लेकिन उसने कुछ नहीं बताया। जब अस्पताल ले जाते समय रास्ते में बताया कि उसने जहर खा लिया है और अब उसे नहीं जीना है।