कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने राष्ट्रपिता के साथ ही देश के असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों को शर्मसार करके आजादी के आंदोलन को अपमानित करने का कुत्सित प्रयास किया है।
उन्होंने शाह को ‘सत्ता का व्यापारी’ करार दिया और कहा कि भाजपा सरकार मुट्ठीभर धन्ना सेठों के हित साधने में लगी है इसके लिए वह दलितों, गरीबों और किसानों के शोषण का माध्यम बन गई हैं और इसीलिए उसे देश की आजादी का आंदोलन और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की लड़ाई एक व्यापार नजर आ रही है।
सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा जाति और धर्म के भेदभाव से लडऩे की बजाय राष्ट्रपिता को भी जाति से इंगित करने में जुट गई है जिसके लिए शाह और प्रधानमंत्री को देश से माफी मांगनी चाहिए।
गौरतलब है कि शाह ने छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को कहा था कि कांग्रेस कभी सिद्धांतों पर आधारित पार्टी नहीं रही है और देश को आजादी दिलाने के खास मकसद से इस संगठन का गठन किया गया था। उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी एक चतुर बनिया थे इसी वजह से आजादी के बाद उन्होंने कांग्रेस को खत्म करने के लिए कहा था।