हिंसाग्रस्त नॉर्थ ईस्ट के बारे में अमित शाह ने कहा कि बोडोलैंड की समस्या को इतने सालों के बाद सरलता से सुलझाने का काम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। त्रिपुरा के हथियारी ग्रुपों से हथियार डलवाने का काम मोदी सरकार ने किया है। ब्रू शरणार्थियों की समस्या को स्थायी समाधान देने का काम मोदी सरकार ने किया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि नॉर्थ ईस्ट में जो युवा रास्ता भटक गए थे, हाथ में हथियार लेकर अपने ही देश के सामने खड़े हो गए थे वो मोदी सरकार के 8 साल में हथियार डालकर मुख्य धारा में सम्मलित होकर, भारत के विकास के लिए काम कर रहे हैं।
नॉर्थ-ईस्ट भारत से कटे-छंटे होने के बाबत अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने 2014 से हमारे उत्तर पूर्व की अनेक समस्याओं से ग्रस्त नॉर्थ ईस्ट को बदलने की शुरुआत की। पूरा देश अपने नॉर्थ ईस्ट को अपने राज्य जितना ही प्यार करता है और नॉर्थ ईस्ट भी गौरव के साथ आज कह रहा है कि हां हम महान भारत का हिस्सा हैं, हम भारत हैं। एक दृष्टि से देखें तो अरुणाचल प्रदेश एक प्रकार से नॉर्थ ईस्ट है। नॉर्थ ईस्ट में कई सालों तक समस्याओं को हमने झेला है। अब धीरे-धीरे समस्याओं का निराकरण और निवारण हो रहा है।
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तिरप के कार्यक्रम के बाद अमित शाह आज शाम नमसई जाएंगे, जहां भगवान परशुराम की 50 फीट ऊंची प्रतिमा की आधारशिला रखेंगे। अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन वह रविवार को सामाजिक संगठनों से मुलाकात करेंगे। साथ ही नमसई जिले में तेंगापानी के पास गोल्डन पगोडा में पूजा करेंगे। इसके अलावा गृह मंत्री नमसई में सेना, आईटीबीपी, एसएसबी, असम राइफल्स, बीआरओ और राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के कर्मियों के साथ सुरक्षा और विकास को लेकर एक बैठक भी करेंगे।