नीति आयोग के पूर्व CEO अमिताभ कांत (Amitabh Kant) ने G20 शेरपा पद से इस्तीफा दे दिया है। केरल कैडर के 1980 बैच के रिटायर्ड IAS अधिकारी कांत को पीएम मोदी (PM Modi) ने 2022 में भारत के G20 शेरपा के रूप में नियुक्त किया था। उन्होंने पियूष गोयल की जगह ली थी। उनके कार्यकाल के दौरान भारत (India) ने G20 की अध्यक्षता की थी। भारत G20 की बैठक में सालाना प्रस्ताव पास कराने में सफल रहा था। साथ ही, अफ्रीकी संघ संघ को G20 में शामिल किया गया था।
कांत ने लिंक्डइन पर पोस्ट किया- 45 साल के समर्पित सरकारी सेवा के बाद मैं नए अवसरों की तलाश में हूं। G20 शेरपा के रूप में मेरा इस्तीफा स्वीकार करने के लिए पीएम मोदी का आभारी हूं। पीएम मोदी को भारत की वृद्धि, विकास और प्रगति में योगदान करने का अवसर देने के लिए आभार व्यक्त करता हूं।
उन्होंने आगे लिखा कि साल 2023 में भारत की G20 अध्यक्षता का नेतृत्व करना मेरे करियर के लिए मील का पत्थर था। वैश्विक चुनौतियों के बीच हमने G20 के घोषणापत्र को सर्वसम्मति से पारित करवाया। बैठक के दौरान प्रमुख विकासात्मक मुद्दो पर ध्यान केंद्रित किया।
कांत ने कहा कि भारत की G20 अध्यक्षता जन केंद्रित और समावेश थी। इसकी बैठकें भारत के सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित की गई। इसने सहकारी संघवाद को मजबूती दी। स्थानीय संस्कृति का जश्न मनाया गया। देशभर में बुनियादी ढांचे को उन्नत किया। हमने G20 में अफ्रीकी संघ को शामिल करने में भी सफलता सुनिश्चित की।
उन्होंने लिखा कि नीति आयोग के सीईओ के रूप में मुझे आकांक्षी जिला कार्यक्रम का नेतृत्व करने का मौका मिला। इस कार्यक्रम ने 115 सबसे अविकसित जिलों की रूपरेखा बदल दी। भारत में डिजिटल पेमेंट की बुनियादी नींव रखने में मदद की। नीतिगत सुधारों को आगे बढ़ाया। मैंने इज ऑफ डूइंग बिजनेस, स्टार्टअप जैसी प्रमुख पहलों को आगे बढ़ाया। देश को विश्व बैंक की रैंकिंग में 79 पायदान ऊपर चढ़ने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि अब वह स्टार्टअप, अकादमिक क्षेत्र और थिंक टैंक में अपना योददान देने को इच्छुक हैं।
Published on:
16 Jun 2025 12:31 pm