पंजाब में पार्टी को मिली करारी हार पर बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने ईवीएम के जरिए मतदान कराने पर बड़े सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से पंजाब के चुनाव नतीजे आए है उससे ईवीएम से लोगों का विश्वास उठ गया है और इसमे कुछ न कुछ गड़बड़झाला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले आए सभी सर्वे और लोगों का यह कहना था कि पूरे पंजाब में आप पार्टी जीत रही है लेकिन नतीजों पर बहुत हैरानी हुई है। उन्होंने अकाली-भाजपा गठबंधन को 31 प्रतिशत वोट मिलने पर हैरानी जताते हुए कहा कि इस गठबंधन को पांच-छह प्रतिशत वोट मिलना चाहिए था। कहीं ऐसा तो नहीं है कि आप को हराने के लिए ईवीएम के माध्यम से पार्टी का 25 प्रतिशत वोट गठबंधन को हस्तांरित किया गया।
केजरीवाल ने कहा कि पार्टी ने नतीजों का बूथवार विश्लेषण किया है और इससे उसके ईवीएम में गड़बडियों के शक को बल मिला है। कई बूथ ऐसे है जहां बड़ी संख्या में आप के वालंटियर थे लेकिन उन्हें गिनेचुने वोट मिले। पंजाब में पार्टी की हार समझ से परे है। यह कहा जा रहा था कि मालवा क्षेत्र में पार्टी सबसे आगे है लेकिन वहां के नतीजे भी उलट आए है।
यह पूछे जाने पर कि दिल्ली और बिहार के विधानसभा चुनाव नतीजों पर किसी ने ईवीएम को लेकर सवाल क्यों नहीं उठाये थे, केजरीवाल ने कहा कि उस समय विश्वास था कि वह पूरी तरह जीत रहे है इसलिए किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं कराई गई। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि हम जीत रहे थे और ईवीएम में गड़बडी के असली कारण क्या थे इसका मुझे पता नहीं है। अगर ईवीएम में गड़बड़ी की जाती है तो चुनावों का क्या मतलब। उन्होंने आरोप लगाया कि आप पार्टी को पंजाब में सत्ता से बाहर रखने के लिए सारा खेल किया गया।