इस अवसर पर बाबा रामदेव ने कहा, ‘योग धार्मिक नहीं लेकिन आध्यात्मिक और धर्मनिरपेक्ष अभ्यास है तथा इससे योग करने वाले की धार्मिक पहचान नहीं खोएगी। सूर्य नमस्कार करने से एक मुस्लिम हिन्दू नहीं बन जाता।’
बाबा ने कहा कि मैं सुबह ही दुबई से आया हूं। वहां पर चालीस हजार लोगों ने योग किया, जो वहां के इतिहास में पहली बार हुआ है। बाबा ने बताया कि मैंने दुबई के लोगों से कहा कि आप ओम की जगह आमीन भी बोल सकते हैं, लेकिन लोगों ने ओम बोलना स्वीकार किया। सूर्य नमस्कार करने के लिए मैंने एक मुसलमान लड़के को बुलाया और सबसे कहा कि अगर ये करने से लड़का मुसलमान से हिंदू बन जाये तो कोई न करना। पर सूर्य नमस्कार के बाद वो लड़का मुसलमान ही बना रहा तो योग करने से किसी का धर्म नहीं बदलता। मुसलमान मुसलमान ही रहता है और हिंदू भी हिंदू ही रहता है। बाबा ने कहा कि योग किसी धर्म विशेष का नहीं है। इसे सभी धर्म के लोग कर सकते हैं।
योग के लिए वैश्विक सम्मान जुटाने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस स्वतंत्रता दिवस या दीपावली की तरह एक त्योहार बन गया है। बाबा रामदेव भी 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जोधपुर में सीमा सुरक्षा बल के तीन हजार जवानों और अधिकारियों के साथ योग कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। बाबा ने कहा कि हमारे माननीय पीएम मोदी ने योग का मान पूरी दुनिया में बढ़ाया है। सवा सौ करोड़ लोगों का मान बढ़ाया है।
(IMAGE SOURCE: BABA RAMDEV TWITTER ACCOUNT)