नर्स व क्रू मेंबर्स की मदद से डिलिवरी इससे पहले क्रू ने पहले घोषणा करके यह जानना चाहा कि विमान पर कोई डॉक्टर सवार है कि नहीं। हालांकि, कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। एक नर्स जरूर थी, जो केरल वापस लौट रही थी। नर्स मिनी विल्सन की मदद से फ्लाइट के कू्र मेंबर्स ने उड़ान के दौरान ही इमर्जेंसी डिलिवरी कराई। 162 यात्रियों को लेकर उड़ रहा विमान जब अरब सागर के ऊपर ही था तभी शिशु का जन्म हो गया। मां और बेटी, दोनों ही सुरक्षित हैं। जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने भी उड़ान के दौरान बच्चे के जन्म की पुष्टि की है। साथ ही, जेट एयरवेज ने मासूम को पूरी जिंदगी विमान में मुफ्त यात्रा का यादगार उपहार दिया है।
नहीं हो सका डॉक्टरों से संपर्क कू्र मेंबर्स ने ‘मेडिलिंक’ के सहारे फ्लाइट से ही जमीन पर मौजूद डॉक्टरों से संपर्क करने की कोशिश की। ऐसे संपर्क मेडिकल इमर्जेंसी के दौरान हालात को काबू करने के लिए किए जाते हैं। हालांकि, कू्र मेंबर्स डॉक्टरों से संपर्क करने में नाकाम रहे।
दोनों को अस्पताल ले जाया गया फ्लाइट के मुंबई पहुंचने के बाद बच्चे और मां को अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद विमान ने कोच्चि के लिए उड़ान भरी और करीब 90 मिनट की देरी से रविवार दोपहर 12.45 बजे गंतव्य पर पहुंचा।