Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Public Holiday: इस राज्य में 12 दिसंबर को सार्वजनिक छुट्टी का ऐलान, जानें वजह

Public Holiday: भारत के एक राज्य में गुरुवार, 12 दिसंबर को बैंक, स्कूल (School bank Office Closed) और सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे। आइए जानते हैं वजह-

2 min read
Google source verification
Public holiday

Public Holiday: साल का आखिरी महीना दिसंबर शुरू हो गया है। इस महीने में ठंड ने भी दस्तक दे दी है। ठंड के इस मौसम में बच्चों-बड़ों सभी को छुट्टी का इंतजार रहता है। अगर आपको भी कोई जरूरी काम निपटाने बैंक ब्रांच जाना है तो पहले बैंकों की छुट्टियों की लिस्‍ट जरूर चेक कर लें। ऐसा न हों कि आप जिस दिन बैंक जाएं उस दिन बैंक बंद निकले और आपको मायूसी हाथ लगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) हर साल छुट्टियों की लिस्ट जारी करता है। RBI के अनुसार दिसंबर, 2024 में कई बैंकों में अवकाश रहेगा। साप्‍ताहिक अवकाश के अलावा राष्ट्रीय और क्षे‍त्रीय छुट्टियों के कारण इस महीने बैंक आधे से ज्‍यादा दिन बंद रहने वाले हैं। भारत के एक राज्य में गुरुवार, 12 दिसंबर को बैंक, स्कूल (School Holiday) और सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे। आइए जानते हैं वजह-

पा-टोगान नेंगमिन्जा संगमा के कारण बंद रहेंगे बैंक

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) हर साल छुट्टियों की एक सूची जारी करता है। RBI की हॉलीडे लिस्ट में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दोनों तरह की छुट्टियां शामिल होती हैं। वैसे तो राष्ट्रीय अवकाश के दिन पूरे देश में सभी बैंक बंद रहते हैं। कई दिन क्षे‍त्रीय छुट्टियों के कारण भी हॉलीडे रहता है। RBI के हॉलीडे कैलेंडर के अनुसार, गुरुवार, 12 दिसंबर को मेघालय में पा-टोगान नेंगमिन्जा संगमा की पुण्यतिथि (Pa Togan Sangma) के कारण बैंक, स्कूल और सरकारी ऑफिस बंद रहेंगे। मेघालय सरकार गारो योद्धा शहीद पा टोगन को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। दिसंबर महीने की सभी छुट्टियों को देखने के लिए RBI की वेबसाइट https://rbi.org.in/Scripts/HolidayMatrixDisplay.aspx पर भी विजिट कर सकते हैं।

कौन हैं पा टोगन नेंगमिन्ज़ा संगमा 

पा टोगन नेंगमिनजा संगमा मेघालय में गारो जनजाति के एक स्वतंत्रता सेनानी थे। उनकी मृत्यु 12 दिसंबर 1872 को माचा रोंगक्रेक (मेघालय का एक गांव) में हुई। जब ब्रिटिश सैनिक सो रहे थे पा टोगन ने रात में हमले का नेतृत्व किया। ब्रिटिश सेना के बेहतर हथियारों के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। पा टोगन ने पूर्वोत्तर भारत पर ब्रिटिश कब्जे का विरोध करते हुए अपनी जान गंवा दी। बता दें कि मेघालय सरकार गारो योद्धा शहीद पा टोगन को श्रद्धांजलि अर्पित करती है।

ये भी पढ़ें: सामने आया सेंटा क्लॉज का असली चेहरा, 1700 साल बाद जारी हुई फोटो