पश्चिमी देशों के नेताओं ने रूस के यूक्रेन में हस्तक्षेप के मामले को लेकर उस पर प्रतिबंध की अवधि और छह महीने बढाने के लिये सहमति दी है।
यूरोपीय संघ के एक वरिष्ठ राजनयिक ने रायटर को बताया कि तुर्की में पिछले सप्ताह हुये समूह 20 के शिखर समेलन के दौरान फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने रूस पर प्रतिबंध अगले वर्ष जुलाई तक बढाये जाने का प्रस्ताव रखा जिसका सहयोगी देशों ने समर्थन किया।
समेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, जर्मनी की चांसलर एंजिला मर्केल, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन, इटली के मेट्टेओ रेन्जी और फ्रांस के विदेश मंत्री लौरेंट फेबियूस मौजूद थे।
राजनयिक के मुताबिक फ्रांस की राजधानी पेरिस में गत 13 नवबर को हमले के परिप्रेक्ष्य में कुयात आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट(आईएस) के खिलाफ संघर्ष में रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन के सहयोग के बावजूद यह निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि पश्चिमी देश का मानना था कि पूर्वी यूक्रेन में चुनाव के मद्देनजर रूस पर दबाव बनाये रखने के लिये प्रतिबंध की अवधि बढाया जाना आवश्यक है।