ममता सरकार कई बार नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग कर चुकी हैं। वहीं प्रस्ताव में ममता सरकार ने आरोप लगाया कि भाजपा नफरत की राजनीति करती रही है। विधानसभा में बंगाल सरकार ने कहा कि बीजेपी उकसाने, भड़काने और घृणा की राजनीति का रास्ता अपना रही है।
वहीं ममता बनर्जी ने कहा, "जब हमारे राज्य में इस मामले को लेकर हिंसा हुई तो हमने कार्रवाई की, लेकिन ऐसा कैसे हुआ कि नूपुर शर्मा की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। मुझे पता है कि उसकी गिरफ्तारी नहीं होगी। नूपुर ने कोलकाता पुलिस से चार हफ्ते का समय मांगा है।"
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राज्य के संसदीय कार्य मंत्री पार्थ चटर्जी ने सदन में आज यह प्रस्ताव पेश किया। पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ नूपुर शर्मा द्वारा किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर आनन-फानन में सदन में प्रस्ताव पेश किया गया था। इस प्रस्ताव को पेश किए जाने का कार्यक्रम पहले से तय नहीं था। नूपुर शर्मा विवाद में मामला विचाराधीन होने के चलते किसी का नाम लिए बगैर ही यह निंदा प्रस्ताव पास किया गया।दूसरी तरफ, सदन में इस निंदा प्रस्ताव के खिलाफत में उतरी बीजेपी ने पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी व विरोध प्रदर्शन किया और विपक्षी दल सदन की कार्रवाई छोड़कर वॉकआउट कर गया। बता दें, नूपुर शर्मा के विवादि बयान के बाद मुस्लिम समुदाय समेत विपक्ष के नेताओं ने शर्मा के बयान कि निंदा की थी और उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी। इसके बाद भाजपा ने नूपुर शर्मा को पार्टी से सस्पेंज कर दिया है।
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