'ममता के पास मुंह छिपाने की जगह नहीं'
एक न्यूज चैनल से बातचीत में दिलीप घोष ने कहा, "पहली बार उनकी पार्टी की तरफ से ऐसी कार्रवाई देखने को मिली है। आज ऐसी परिसतिथि बनी है कि ममता के पास मुंह छुपाने की जगह नहीं है।"
उन्होंने कहा कि 'ममता बनर्जी के खास है पार्थ चटर्जी और उनके आशीर्वाद के कारण ही अब तक उनके खिलाफ सख्त एक्शन नहीं लिया गया।'
जांच हो तो आधी पार्टी जेल में होगी
उन्होंने इस दौरान दावा किया कि 'ममता बनर्जी की पार्टी के लगभग सभी नेता दागी हो गए हैं। यदि इस मामले में सही तरीके से जांच हो तो आधी पार्टी जेल में होगी।' दिलीप घोष का कहना है कि ममता बनर्जी की छवि तो साफ है लेकिन उनकी पार्टी के नेता दागी हैं।
एक न्यूज चैनल से बातचीत में दिलीप घोष ने कहा, "पहली बार उनकी पार्टी की तरफ से ऐसी कार्रवाई देखने को मिली है। आज ऐसी परिसतिथि बनी है कि ममता के पास मुंह छुपाने की जगह नहीं है।"
उन्होंने कहा कि 'ममता बनर्जी के खास है पार्थ चटर्जी और उनके आशीर्वाद के कारण ही अब तक उनके खिलाफ सख्त एक्शन नहीं लिया गया।'
जांच हो तो आधी पार्टी जेल में होगी
उन्होंने इस दौरान दावा किया कि 'ममता बनर्जी की पार्टी के लगभग सभी नेता दागी हो गए हैं। यदि इस मामले में सही तरीके से जांच हो तो आधी पार्टी जेल में होगी।' दिलीप घोष का कहना है कि ममता बनर्जी की छवि तो साफ है लेकिन उनकी पार्टी के नेता दागी हैं।
दिलीप घोष ने जांच एजेंसियों पर ममता के बदले रुख पर टिप्पणी की और कहा, 'ममता बनर्जी धीरे-धीरे सीधी हो रही हैं अन्यथा जो कल तक जांच एजेंसी के खिलाफ बयान देती थीं आज एक्शन ले रही हैं। उनके बोल शहीदी दिवस के दिन का देखिए और आज का देखिए कह रही हैं भ्रष्टाचार का नहीं करती हैं समर्थन।'
उन्होंने आगे कहा कि 'बहुत लोग अंदर जाने वाले हैं, पिछले 10-12 सालों से जो भ्रष्टाचार चल रहा है वो चरम पर है। हिंसा भी चरम पर हैं और अब इनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।'
उन्होंने आगे कहा कि 'बहुत लोग अंदर जाने वाले हैं, पिछले 10-12 सालों से जो भ्रष्टाचार चल रहा है वो चरम पर है। हिंसा भी चरम पर हैं और अब इनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।'
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लोगों का सेंट्रल एजेंसी पर बढ़ा भरोसाED और CBI जैसी जांच एजेंसियों पर उठने वाले सवालों पर उन्होंने कहा कि 'जांच एजेंसी का दुरुपयोग कैसे जब जांच में 50-50 करोड़ की संपत्ति मिल रही है, ये सदुपयोग है। आज तक एक्शन नहीं लिया गया था, लेकिन अब लोगों को सेंट्रल एजेंसी और कोर्ट पर भरोसा फिर से मजबूत हो रहा है।'
बता दें कि शिक्षा भर्ती घोटाले में नाम सामने आने के बाद ममता सरकार ने पार्थ चटर्जी के खिलाफ एक्शन लिया है और उन्हें कैबिनेट पद से हटा दिया है। पार्थ चटर्जी ममता सरकार में उद्योग मंत्री थे लेकिन जब ये घोटाला हुआ था तब वो शिक्षा मंत्री थे।