छात्र ने बताया कि जब उसने मार्कशीट पर अपना रिजल्ट देखा, वो हैरान रह गया। उसे परीक्षा में कुल 420 अंक प्राप्त हुए थे, इसके बावजूद उसे विश्वविद्यालय ने फेल कर दिया। वहीं ये मार्कशीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। लोग इसे यूनिवर्सिटी की लापरवाही बता रहे हैं।
Lalit Narayan Mithila University Student gets 151 marks out of total 100 in Political Science examination
बिहार में शिक्षा से जुड़े अक्सर अजब-गजब मामले देखने को मिलते रहते हैं। राज्य की शिक्षा व्यवस्था की पोल अकसर खुलती रहती है। इसी बीच हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे पढ़कर आप शायद हैरान हो जाएंगे और आपना सिर पकड़ लेंगे। यह मामला दरभंगा जिले में स्थित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी (LNMU) से जुड़ा है। यहां एक छात्र को 100 में से 151 नंबर मिले हैं। छात्र को हाल में जारी परीक्षा परिणाम में अधिकतम अंकों से अधिक अंक प्राप्त हुए।
LNMU में ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे छात्र को राजनीति विज्ञान में अधिकतम अंकों से भी अधिक अंक मिले। छात्र को परीक्षा में 100 में से 151 नंबर मिले जिन्हें देखकर वह समझ ही नहीं पाया कि खुश हो या शिकायत लेकर यूनिवर्सिटी जाए। छात्र ने बताया कि जब उसने मार्कशीट पर अपना रिजल्ट देखा, वो हैरान रह गया। उसे परीक्षा में कुल 420 अंक प्राप्त हुए थे, इसके बावजूद उसे विश्वविद्यालय ने फेल कर दिया। वहीं ये मार्कशीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। लोग इसे यूनिवर्सिटी की लापरवाही बता रहे हैं।
दूसरी तरफ छात्र अपनी मार्कशीट लेकर यूनिवर्सिटी पहुंचा तो उन्होंने अपनी गलती मानते हुए छात्र को दूसरी मार्कशीट बनाकर दे दी। साथ ही कहा कि यह गलती टाइपो एरर की वजह से हो गई है। छात्र ने कहा, “मैं परिणाम देखकर वास्तव में हैरान था। मैंने बीए ऑनर्स की भाग द्वितीय परीक्षा में राजनीति विज्ञान के पेपर (4) में 100 में से 151 अंक प्राप्त किए। हालांकि यह एक अल्टरनेटिव मार्कशीट है लेकिन अधिकारियों को इसे जारी करने से पहले इसकी जांच करनी चाहिए थी। चूंकि यह टाइपिंग की गलती थी इसलिए मुझे संशोधित मार्कशीट जारी किया गया।”
ऐसी ही गलती बीकॉम के एक छात्र की मार्कशीट में की गई। छात्र को बीकॉम पार्ट-2 में एकाउंटिंग और फाइनेंस (पेपर-4) में शून्य अंक मिले थे। इसके बावजूद उसे अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया। छात्र ने कहा, “विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने स्वीकार किया कि यह टाइपिंग के वक्त की गई गलती थी और उन्होंने मुझे एक संशोधित मार्कशीट जारी किया है।”