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लो जी, एक ही झटके में ये टैक्सी ड्राइवर बन गया अरबपति, मैसेज देख उड़ गए होश

Published: Nov 29, 2016 03:21:00 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

नोटबंदी के बाद आम आदमी को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है, तो वहीं एक ही झटके में एक टैक्सी ड्राइवर करोड़पति बन गया। मामला मंजबा के बरानाला के की है, जहां एक टैकसी ड्राइवर बलविंदर सिंह के खाते में 10 हजार करोड़ रुपए जमा हो गए।

Taxi driver

Taxi driver

नोटबंदी के बाद आम आदमी को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है, तो वहीं एक ही झटके में एक टैक्सी ड्राइवर करोड़पति बन गया। मामला पंजाब के बरानाला के की है, जहां एक टैकसी ड्राइवर बलविंदर सिंह के खाते में 10 हजार करोड़ रुपए जमा हो गए। बलविंदर को अपने खाते में 10 हजार करोड़ रुपए जमा होने का मैसेज मिला तो उसके होश उड़ गए। ये कारनामा बैंक अधिकारियों की लापरवाही से हुआ।
दो किस्तों में आए पैसे

मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, बलविंदर के खाते में पहले 9805 करोड़ और फिर 999 करोड़ (कुल 10840 करोड़) रुपए जमा हुए। मोबाइल पर बैंक बैलेंस का मैसेज पढ़कर बलविंदर इतना परेशान हो गया और सीधे आयकर विभाग के ऑफिस पहुंचा। बलविंदर ने अधिकारियों से कहा कि सर जी, मेरे खाते में अरबों रुपए पता नहीं कहां से आ गए। आप मुझे जेल मत भेज देना। आप इसकी जांच कराओ। जैसे ही बैंक असफरों को इसका पता चला तो उन्होंने बलविंदर का खाता ब्लॉक कर नया खाता खोल पासबुक जारी कर दी। 
खाते में सिर्फ 2800 रुपए थे

बरनाला के आजाद नगर के टैक्सी ड्राइवर बलविंदर सिंह का खाता स्टेट बैंक ऑफ पटियाला में है। बलविंदर ने अपना अकाउंट नंबर बताया। उसे 4 नवंबर को मोबाइल पर 9805 करोड़ रुपए जमा होने का मैसेज आया। 5 नवंबर को वह बैंक पहुंचा,इससे वहां हड़कंप मच गया। उसका खाता बंद कर दिया। बकौल बलविंदर, पहले मेरे खाते में सिर्फ 2800 रुपए थे। बरविंदर उस समय और हैरान तब रह गया जब 19 नवंबर को एक दूसरे मैसेज में बैलेंस 999 करोड़ दिखा। फिर वह आयकर विभाग पहुंचा। 
तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हुआ

सोमवार दोपहर बैंक मैनेजर रविंदर कुमार ने बताया कि ये तकनीकी गड़बड़ी की वजह से हुआ है। अकाउंटेंट ने गलती से वाउचर पर अमाउंट की जगह अकाउंट नंबर डाल दिया। शाम को आयकर विभाग के अधिकारियों ने बैंक में रेड की। 
मैनेजर रविंदर कुमार को साथ ले जाने लगी तो बैंक बंद करने का बहाना कर भाग निकला। स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के डीएई बैंक मैनेजर विश्वजीत ने कहा,हमारी बैंक का अकाउंट नंबर 11 अंकों का होता है और गलती से ये सब हो गया। जिससे गलती हुई है,जांच के बाद कार्रवाई होगी।

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