पिछले वर्ष उन्हें अध्यक्ष पद से हटाकर यह जिम्मेदारी बिप्लव कुमार दास को सौंपी गई थी। गुप्ता ने राज्य में पिछले तीन दशकों में पार्टी को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। वे शिक्षक पद से सेवानिवृत्त हुए थे और उसके बाद सक्रिय राजनीति में आ गए।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह उम्र संबंधी व्याधियों से पीड़ित थे। वह सुबह घर पर ही थे और अचानक करीब 9 बजे गिर पड़े। उनके निधन पर भाजपा के अलावा तृणमूल कांग्रेस, त्रिपुरा कांग्रेस और माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।