Budget 2024 : 'पाप का टैक्स' यानी सिन टैक्स (Sin Tax) एक प्रकार का पिगोवियन कर है, जिसे हानिकारक व्यावसायिक प्रथाओं द्वारा उत्पन्न नकारात्मक बाह्य प्रभावों को संबोधित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। पिगोवियन करों का उद्देश्य हानिकारक उत्पादों को खरीदना अधिक महंगा बनाकर उनके उपयोग को कम करना या समाप्त करना है। इससे उपभोग को हतोत्साहित किया जा सके और समाज और स्वास्थ्य पर उनके प्रतिकूल प्रभावों को कम किया जा सके। इनमें आमतौर पर तंबाकू, शराब, नशीले पदार्थ, जुआ और चीनी की मात्रा अधिक वाले सामान शामिल होते हैं।
हानिकारक माने जाने वाले उत्पादों की कीमत बढ़ाकर, सरकारें उनके उपयोग को कम करने का लक्ष्य रखती हैं, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और इन वस्तुओं से जुड़ी सामाजिक लागत कम होती है। उदाहरण के लिए, तंबाकू और शराब पर उच्च करों का उद्देश्य धूम्रपान और अत्यधिक शराब पीने की दरों को कम करना है। इसके अलावा, पाप करों से उत्पन्न राजस्व पर्याप्त हो सकता है। इन निधियों को अक्सर स्वास्थ्य सेवाओं, व्यसन उपचार कार्यक्रमों और अन्य सामाजिक कल्याण पहलों के लिए आवंटित किया जाता है।
भारत में पाप का टैक्स पारंपरिक रूप से तम्बाकू उत्पादों, शराब और शर्करायुक्त तथा कार्बोनेटेड पेय पदार्थों पर लागू होते रहे हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य परिदृश्य के विकास और अन्य हानिकारक उत्पादों के प्रभावों के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ, इस बात की अटकलें बढ़ रही हैं कि पाप करों का दायरा बढ़ सकता है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य अनिवार्यताए: शर्करायुक्त और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से जुड़े स्वास्थ्य मुद्दों के बारे में बढ़ती चिंताओं के कारण मोटापे, मधुमेह और अन्य संबंधित चिंताओं से निपटने के लिए ऐसी वस्तुओं पर उच्च कर लगाया जा सकता है।
पर्यावरण संबंधी विचार: पर्यावरणीय स्थिरता के बारे में बढ़ती जागरूकता के साथ, पर्यावरण क्षरण में योगदान देने वाले उत्पादों, जैसे एकल-उपयोग प्लास्टिक या अत्यधिक प्रदूषणकारी उद्योगों पर कर लगाने पर जोर दिया जा सकता है।
राजस्व सृजन की आवश्यकताएं: अतिरिक्त राजस्व की सरकार की आवश्यकता नए पाप करों की शुरूआत या मौजूदा करों में वृद्धि को प्रेरित कर सकती है।
जैसे-जैसे बजट पेश की तिथि नजदीक आ रही है, यह सवाल अभी भी खुला है कि क्या और अधिक पाप कर लगाए जाएंगे। निर्णय ऊपर बताए गए कई कारकों पर निर्भर करेगा। जैसा कि हम बजट का इंतजार कर रहे हैं, हितधारक पाप कर परिदृश्य में बदलाव के बारे में किसी भी संकेत पर बारीकी से नज़र रखेंगे।
Updated on:
21 Jul 2024 02:48 pm
Published on:
21 Jul 2024 12:43 pm