इस बाबत अध्यादेश राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया है। कैबिनेट की बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर पर कुछ फैसले लिए गए हैं और सरकार ने उन्हें राष्ट्रपति के पास मंज़ूरी के लिये भेजा है।
उन्होंने कहा कि बैंकिंग के निर्णय पर राष्ट्रपति की स्वीकृति आने तक हम इसकी डीटेल आपको नहीं दे सकते हैं। राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलते ही डीटेल सबको दे दी जाएगी। एनपीए पॉलिसी पर अध्यादेश राष्ट्रपति के पास भेजा जा चुका है। बैंकिंग रेग्युलेशन एक्ट में बदलाव को मंजूरी दे दी गई है।
इससे बढ़ते एनपीए से बैंकों को निपटने की आजादी मिलेगी। गौरतलब है कि इस तरह के संकेत मिल रहे थे कि केंद्र सरकार ने बैंकों के बढ़ते एनपीए से निपटने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। फंसे हुए लोन पर केंद्रीय मंत्रिमंडल शायद ही कभी विचार करता है, लेकिन इस बैठक में एनपीए के बारे में फैसला कर लिया गया है।