‘हिंदू कॉन्वेंट स्कूल न जाएं, तो यह ईसाइयों के लिए अच्छा’
Published: Apr 08, 2015 06:09:00 pm
गोवा में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक केतू सिल्वा ने व्यंग्यात्मक लहजे
में कहा कि यदि हिंदू अपने बच्चों को अल्पसंख्यकों द्वारा संचालित कॉन्वेंट
स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं, तो इससे कैथोलिक छात्रों को नामांकन का एक
बेहतर मौका मिलेगा।
गोवा में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायक केतू सिल्वा ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि यदि हिंदू अपने बच्चों को अल्पसंख्यकों द्वारा संचालित कॉन्वेंट स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं, तो इससे कैथोलिक छात्रों को नामांकन का एक बेहतर मौका मिलेगा।
सिल्वा ने राज्य सचिवालय में बुधवार को कहा कि अगर हिंदू अपने बच्चों को कॉन्वेंट स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं, तो यह हमारे लिए अच्छी बात है। कैथोलिक बच्चों के लिए इससे ज्यादा सीटें होंगी और उन्हें बेहतर शिक्षा मिलेगी।
गोवा विकास पार्टी के विधायक सिल्वा की यह टिप्पणी गोवा के एक कैबिनेट मंत्री और उनकी पत्नी की उस अपील के बाद आई है, जिसमें उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया है कि वे अपने बच्चों का नामांकन अल्पसंख्यकों द्वारा संचालित स्कूलों में न करवाएं, क्योंकि इससे बच्चे हिंदू संस्कारों से दूर हो जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले तीन दिनों से कई आयोजनों के दौरान गोवा के कारखाना एवं बॉयलर मंत्री दीपक धवलीकर व उनकी पत्नी लता ने हिंदू अभिभावकों से अपने बच्चों को कॉन्वेंट स्कूल न भेजने का आह्वान किया।
इस दंपति ने छेड़छाड़ जैसी घटनाओं से बचने के लिए महिलाओं को बिंदी लगाने व साड़ी पहनने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि पश्चिमी सभ्यता अपनाने के कारण ही दुष्कर्म जैसी वारदातें हो रही हैं।