बताया जा रहा है कि गौ तस्करी मामले के आरोपी तृणमूल नेता के बोलपुर के निचु पट्टी इलाके में स्थित घर को केंद्रीय बलों ने घेर लिया था, जिसके बाद उनके घर से उन्हें गिरफ्तार कर CBI अपने साथ ले गई थी। TMC नेता की गिरफ्तारी के बाद से पूरे बीरभूम जिले के तृणमूल नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें, CBI के दसवें समन जारी करने के बाद अणुव्रत मंडल ने यह कहकर उन्के सामने पेश होने से इंकार कर दिया था कि वह बीमार हैं। अणुव्रत मंडल के वकीलों ने अपने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देने के लिए अस्पतालों से दो प्रिस्क्रिप्शन भी CBI को सौंपे थे। मगर SSKM अस्पताल और बोलपुर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के प्रिस्क्रिप्शन में बहुत अंतर पाया गया। CBI ने अन्य डॉक्टरों से बात की तो मामले पर उन्हें शक हो गया। इसके बाद गुरुवार को उन्होंने अणुव्रत मंडल के घर पर ही छापा मारकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अणुव्रत मंडल पर आरोप है की वो 1300 करोड़ से अधिक का मवेशी तस्करी के मामले में शामिल रहे हैं। उनके बॉडीगार्ड और बंगाल पुलिस के सामान्य कॉन्स्टेबल सहगल हुसैन के 100 करोड़ से अधिक रुपये की संपत्ति मिली है जो मवेशी तस्करी के जरिए हासिल हुई है। लगातार पूछताछ के बाद CBI ने गौ तस्करी मामले में पहले से ही शामिल बॉडीगार्ड हगल हुसैन को गिरफ्तार कर कई अहम जानकारियां हासिल कर ली है।
सूत्रों के मुताबिक, गौ तस्करी मामले में अणुव्रत के सीधे तौर पर शामिल होने के सबूत CBI को मिले हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी इस संबंध में तृणमूल नेता से पूछताछ करना चाहती थी। अणुव्रत मंडल को गौ तस्करी मामले में CRPC की धारा 160 के तहत गवाह के तौर पर तलब किया गया था। CRPC की धारा 41 (ए) के तहत आरोपी के तौर पर नोटिस भी भेजा गया। मगर अणुव्रत लगातार CBI के सामने पेश होने से बचने की कोशिश करते रहे। वहीं अब अदालत ने उन्हें 20 अगस्त तक CBI कस्टडी में भेज दिया है।