रविवार को कांग्रेस ने केंद्र पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि सरकार की विफलताओं को छिपाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का इस्तेमाल किया जा रहा है। कांग्रेस ने कहा कि जब देश का केयरटेकर हमारी सीमाओं की अखंडता की रक्षा करने के अपने कर्तव्य में विफल रहा, तो उसने अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए ईडी को भेजा। लेकिन हम अपने देश की सुरक्षा को खतरे में नहीं पड़ने देंगे।
बताते चले कि नेशनल हेराल्ड फंड में कथित रूप से हेराफेरी करने के आरोप में गांधी परिवार सहित विभिन्न कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सोमवार को और सोनिया गांधी को 23 जून को तलब किया है। कांग्रेस ने ईडी को राजनीतिक और कानूनी तौर पर भी टक्कर देने का फैसला किया है। कल जब राहुल गांधी ईडी के कार्यालय जाएंगे तब उनके साथ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे।
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कांग्रेस ने रविवार को आयोजित पीसी में कहा कि भारत भाजपा द्वारा भड़काई गई नफरत के खिलाफ आवाज उठा रहा है। अब ईडी इस आवाज को दबाने आई है। लेकिन नफरत के खिलाफ हमारी आवाज को दबाया नहीं जा सकता। लड़ाई जारी है। कांग्रेस ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला। सभी में केंद्र की नाकामियों और राहुल गांधी को दबाने की साजिशों का जिक्र किया गया है।
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इधर छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेश बघेल ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि कल वो भी राहुल गांधी के साथ ईडी के दफ्तर पहुंचेंगे। बताते चले कि ईडी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को गुरुवार को बुलाया था, लेकिन कोविड से संक्रमित होने के कारण उन्होंने और समय मांगा और ईडी ने उन्हें अब 23 जून को बुलाया है।