ISRO ने जारी की रिपोर्ट
अंतरिक्ष एजेंसी ने इस बात पर जोर दिया कि देश के चंद्रमा मिशन के पूरे मिशन चरण के दौरान अन्य अंतरिक्ष पिंडों के साथ कोई करीबी संपर्क नहीं पाया गया। इसरो ने शुक्रवार को वर्ष 2023 के लिए ‘भारतीय अंतरिक्ष स्थिति आकलन रिपोर्ट’ जारी की, जो अंतरिक्ष पर्यावरण, इसके भविष्य के विकास और बाहरी अंतरिक्ष में सुरक्षित और टिकाऊ संचालन के लिए खतरों का आकलन करती है। अंतरिक्ष स्थितिजन्य गतिविधियों में उपग्रहों और प्रक्षेपण वाहनों का करीबी दृष्टिकोण मूल्यांकन शामिल है।
अंतरिक्ष में बढ़ रहा कचरा
इसने अंतरिक्ष में वस्तुए भी बढ़तीजा रही है, जो अंतरिक्ष तक बेहतर पहुंच और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के बढ़ते विविध अनुप्रयोगों का संकेत है। रिपोर्ट में भारतीय अंतरिक्ष संपत्तियों के लिए अन्य अंतरिक्ष वस्तुओं के निकट दृष्टिकोण की भविष्यवाणी करने के लिए उपग्रहों के लिए इसरो के अंतरिक्ष वस्तु निकटता विश्लेषण को भी रेखांकित किया गया है। इसरो ने कहा, “किसी भी महत्वपूर्ण करीबी दृष्टिकोण के मामले में, परिचालन अंतरिक्ष यान की सुरक्षा के लिए टकराव से बचाव युद्धाभ्यास (सीएएम) किया जाता है।” भारत का चंद्रमा मिशन, चंद्रयान -3, चंद्र लैंडर मॉड्यूल विक्रम और रोवर प्रज्ञान के साथ पिछले साल 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में इसरो के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था।