कियान ने अपने बयान में कहा, ‘अपनी संप्रभुता की रक्षा करने का हमारा संकल्प कभी डिगने वाला नहीं है, हम हर कीमत पर अपनी संप्रभुता और सुरक्षा हितों की रक्षा करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘पर्वत हिलाया जा सकता है लेकिन चीनी सेना नहीं हिलायी जा सकती।’
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पिछले सप्ताह संसद में कहा था कि डोकलाम से दोनों देशों की सेना हटाने से सीमा पर स्थिति सामान्य करने में मदद मिलेगी।
भारत का कहना है कि यह हिस्सा भूटान की सीमा में आता है और इसके पास सड़क बनना उसकी आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से बेहद घातक साबित हो सकता है। भारत ने साफ कह दिया है कि जब तक चीन डोकलाम से बाहर नहीं निकलता, तब तक भारत अपने कदम पीछे नहीं हटाएगा।
भारत का कहना है कि यह हिस्सा भूटान की सीमा में आता है और इसके पास सड़क बनना उसकी आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से बेहद घातक साबित हो सकता है। भारत ने साफ कह दिया है कि जब तक चीन डोकलाम से बाहर नहीं निकलता, तब तक भारत अपने कदम पीछे नहीं हटाएगा।