असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित सिलचर शहर का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घोषणा की कि बाढ़ में फंसे लोगों को निकतालने के लिए सेना की और अधिक टुकड़ियां भेजी जाएंगी। वहीं मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी बाढ़ से प्रभावित लोगों के राहत और बचाव के लिए NDRF, SDRF सहित कई अन्य एजेंसियां लगी हुई हैं।
राज्य सरकार के साथ मिलकर कर रहे हैं काम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि असम में एनडीआरएफ और सेना के दल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव व राहत के काम में लगे हुए हैं। वायुसेना भी लगातार राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई है। केंद्र सरकार असम में बाढ़ की स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए हम राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार असम में बराक घाटी के तीन जिले कछार, करीमगंज और हैलाकांडी गंभीर रूप से बाढ़ से प्रभावित हैं। कुशियारा और बराक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि बारपेटा में 10,32,561 , कामरूप में 4,29,166, नगांव में 4,29,166, धुबरी में 3,99,945 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ के चलते राज्य के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां एक हफ्ते पहले ही घोषित की जा चुकी है। शिक्षा विभाग के सचिव भरत भूषण देव चौधरी ने अधिसूचना के माध्यम से बताया कि राज्य के स्कूलों में 25 जून से 25 जूलाई तक अवकाश करेगा। इससे पहले 1 जुलाई से 31 जुलाई तक की अवधि तय की गई थी।