मुफ्ती ने यहां केन्द्रीय गृह मंत्री
राजनाथ सिंह से उनके निवास पर मुलाकात करने के बाद मीडिया से कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था की लड़ाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि ये जो लड़ाई हो रही है जिसमें बाहर की ताकतें शामिल हैं, अब तो बीच में चीन ने भी इसमें हाथ डालना शुरू किया है।
उन्होनें कहा कि जब तक पूरा मुल्क, राजनीतिक दल साथ नहीं देेते तब तक ये जंग नहीं जीत सकते। मुझे खुशी है कि राजनीतिक दल एकजुट हो गए हैं और कश्मीर की समस्या का खुल के एक साथ मुकाबला कर रहे हैं। एक सवाल के जवाब में जम्मू कश्मीर में धारा 370 का पुरजोर बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि जब जीएसटी (वस्तु एवं सेवाकर विधेयक) हमने पारित किया तब राष्ट्रपति ने जोर दिया था कि धारा 370 का खास ख्याल रखा जाए। धारा 370 हमारे जज्बात के साथ जुड़ी है।
मुफ्ती की केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात ऐसे समय में हुई हैं जब सरकार ने विपक्षी नेताओं को बुलाकर उन्हें चीन के साथ सिक्किम सीमा पर गतिरोध तथा
अमरनाथ यात्रियों पर आतंकवादी हमले को लेकर पूरी स्थिति से विस्तार से अवगत करा रही है। शुक्रवार शाम हुई इस बैठक में राजनाथ के अलावा विदेश मंत्री
सुषमा स्वराज, वित्त एवं रक्षा मंत्री
अरुण जेटली तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल हुए।
विदेश सचिव एवं गृह सचिव ने क्रमश: चीन और
अमरनाथ हमले की पूरी जानकारी दी। बैठक में विभिन्न दलों के 19 सांसदों ने उस बैठक में भाग लिया जबकि शाम होने वाली बैठक में बाकी के दलों के नेता शामिल होंगे।