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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिंगायत संप्रदाय से ली ‘इष्टलिंग दीक्षा’, कहा ये मेरे लिए सम्मान की बात

Published: Aug 03, 2022 04:38:36 pm

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज चित्रदुर्ग के मुरुगा मठ में संतो से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने लिंगायत संप्रदाय के डॉ. शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू से ‘इष्टलिंग दीक्षा’ प्राप्त की। इसके बाद राहुल गांधी ने ट्वीट करते कहा कि ये मेरे लिए सम्मान की बात है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आम तौर पर यह दीक्षा इसी समुदाय के लोगों को दी जाती है।

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Congress leader Rahul Gandhi took ‘ishtaling initiation’ from Lingayat sect in Chitradurga

कर्नाटक कांग्रेस में कथित रूप से सब कुछ ठीक नहीं होने की खबरे आ रही थी। मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री सिध्दारमैया और डीके शिवकुमार के बीच खटपट चल रही है, जिसके कारण राज्य में कांग्रेस पार्टी में बिखराव हो सकता है। इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आज कर्नाटक के दौरे पर हैं। वहां उन्होंने अगले चुनाव के लिए नेताओं से एकजुट रहने की अपील की। प्राप्त जानकारी के अनुसार राहुल गांधी ने नेताओं से संयुक्त मोर्चा बनाने का आह्वान करते हुए पार्टी के आतंरिक मुद्दों व नेतृत्व के मामलों को सार्वजनिक मंच में नहीं करने की सलाह दी।
इसके बाद वह आज चित्रदुर्गा में एक प्रसिद्ध लिंगायत मठ में गए, जिसे मुरुगा मठ के नाम से जाना जाता है। वहां राहुल गांधी सहित कई अन्य कांग्रेसी नेताओं ने लिंगायत संप्रदाय के संतो से मुलाकात की। इसके बाद राहुल गांधी ने डॉ. शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू से ‘इष्टलिंग दीक्षा’ प्राप्त की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आम तौर पर यह दीक्षा लिंगायत समुदाय के लोगों को ही दी जाती है।

‘इष्टलिंग दीक्षा’ प्राप्त करना परम सम्मान की बात

मुरुगा मठ में डॉ. शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू से ‘इष्टलिंग दीक्षा’ प्राप्त करने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि जगद्गुरु मुरुगराजेंद्र विद्यापीठ का दौरा करना और डॉ. शिवमूर्ति मुरुघ शरणारू से ‘इष्टलिंग दीक्षा’ प्राप्त करना एक परम सम्मान की बात है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गुरु बसवन्ना की शिक्षाएं शाश्वत हैं और मैं इसके बारे में मठ के संतों से अधिक जानने के लिए इच्छुक हूं।
 
https://twitter.com/RahulGandhi/status/1554748594724278272?ref_src=twsrc%5Etfw

कर्नाटक की राजनीति व मठ

कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राज्य में लिंगायत समुदाय कम से कम 17% प्रभावित करता है। राजनीतिक जानकारों की मानें तो कर्नाटक में सत्ता में आने के लिए वोक्कालिगा, लिंगायत सहित अन्य समुदायों के बीच समीकरण बैठा पाना काफी अहम है। ऐसे में मुरुगा मठ में राहुत गांधी का दौरा काफी अहम हो सकता है।

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