MLA प्रियांक खड़गे ने कहा कि कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (KPTCL) ने असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर व सिविल इंजीनियर सहित कुल 1,492 पदों पर भर्ती किया, जिसकी परीक्षा में एक उम्मीदवार को ब्लूटूथ का यूज करके परीक्षा लिखने के लिए गोकक में गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि मेरे पास जो जानकारी है उसके अनुसार कुल 600 पदों के लिए सौदा किया गया, जिसमें मुझे संदेह है कि उन्हें असिस्टेंट इंजीनियर पद के लिए 50 लाख रुपए और जूनियर इंजीनियर पद के लिए 30 लाख रुपए दिए गए हैं। इसमें संभावना है कि अकेले इसमें 300 करोड़ रुपए का गबन हुआ है।
प्रियांक खड़गे ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर निशाना साधते हुए कहा कि BJP देशभक्ति का इस्तेमाल कारोबार के लिए कर रही है। उन्होंने कहा कि पॉलिएस्टर झंडे के यूज को अनुमति देने के लिए ध्वज संहिता में संशोधन तक किया गया, जिसका सबसे ज्यादा लाभ रिलायंस कंपनी को होगा। इसके साथ रही उन्होंने कहा कि रेलवे कर्मचारियों को तिरंगा अनिवार्य रूप से जारी किए जा रहे हैं, जिसके लिए उनके वेतन से कटौती की जा रही है।
कांग्रेस MLA प्रियांक खड़गे ने राज्य सरकार से सवाल करते हुए पूछा कि कश्मीर फाइल्स मूवी को टैक्स में छूट देने वाली राज्य सरकार मुफ्त में तिरंगा देने का दम नहीं है। उन्होंने कहा कि मुझे भी अधिकारियों ने कॉल करके 20 हजार झंडे खरीदने के लिए कहा था। पॉलिएस्टर झंडे के बजाय जिला कांग्रेस से हम 10 हजार मुफ्त खादी के झंडे बांट रहे हैं।