लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “मैं ये बताना चाहूंगा कि स्मृति ईरानी द्वारा सदन में राष्ट्रपति का नाम का नाम लेना उचित नहीं था। वो राष्ट्रपति को बार-बार ‘द्रौपदी मुर्मू’ चिल्ला रही थीं और ये राष्ट्रपति पद की गरिमा के अनुरूप नहीं था।
उन्होंने आगे लिखा, “इसलिए मैं मांग करता हूं कि स्मृति ईरानी राष्ट्रपति का अपमान करने और उनकी गरिमा और कद को कम करने के लिए बिना शर्त माफी मांगें।”
इस पत्र में अधीर रंजन चौधरी ने अपनी उस गलती का भी उल्लेख किया है जिस वजह से वो विवादों में हैं। उन्होंने लिखा कि ‘मेरी हिन्दी अच्छी नहीं है जिस कारण मुझसे गलती हुई और अब जानबूझकर उस मामले को फालतू में खींचा जा रहा है।
बता दें कि मीडिया से बातचीत के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने कहा राष्ट्रपति को ‘राष्ट्रपत्नी’ कह दिया था जिस वजह से वो बीजेपी के निशाने पर आ गए थे। इस संबंध में उनसे माफी तक कि मांग की गई थी तब उन्होंने कहा था कि वो राष्ट्रपति से मिलकर माफी मांगेंगे। इस मामले को लेकर स्मृति ईरानी और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच नोकझोंक भी हुई थी।