स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने शनिवार शाम राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की एक बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में विभिन्न मंत्रालयों और एजेंसियों की नजदीक आते इस गहरे दबाव के क्षेत्र से पड़ने वाले दुष्प्रभावों से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की गई।
आईएमडी ने ट्विटर पर बताया कि तूफान गोपालपुर से लगभग 410 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व और कलिंगपट्टनम से 480 किमी पूर्व-उत्तर-पूर्व में है। आइए जानते हैं कि गुलाब चक्रवात से जुड़े लेटेस्ट अपडेट क्या हैं
• बैठक में आईएमडी के महानिदेशक ने सरकारी अधिकारियों को बताया कि चक्रवात के 26 सितंबर की शाम तक उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटों को पार करने की उम्मीद है, जिसमें हवा की गति 75-85 किमी प्रति घंटे से लेकर 95 किमी प्रति घंटा तक होगी।
• आईएमडी प्रमुख ने कहा कि इस तूफान के आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों और ओडिशा के गंजम और गजपति जिलों को प्रभावित करने की संभावना है। • कैबिनेट सचिव ने राज्य सरकारों को आश्वासन दिया कि सभी केंद्रीय एजेंसियां तैयार हैं और मौत के आंकड़ों को शून्य के करीब रखने और संपत्ति और बुनियादी ढांचे के नुकसान को कम करने के उद्देश्य से सहायता के लिए उपलब्ध होंगी।
• बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले चक्रवाती तूफान को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश में कुल 18 टीमों को तैनात करना शुरू कर दिया है।
• एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने ट्वीट किया कि शनिवार रात तक ओडिशा में 13 टीमें और आंध्र प्रदेश में पांच टीमें पहुंच जाएंगी। • ओडिशा में एनडीआरएफ की टीमों को बालासोर, गंजम, गजपति, रायगडा, कोरापुट, नयागढ़ और मलकानगिरी जिलों में तैनात किया जाएगा। आंध्र प्रदेश में, टीमों को विशाखापत्तनम, श्रीकाकुलम, यनम और विजयनगरम में तैनात किया जाएगा।
• जहाजों और विमानों के साथ थल सेना और नौसेना के बचाव और राहत दल भी तैनात किए गए हैं। • मौसम विभाग ने कलिंगपट्टनम- विशाखापत्तनम और गोपालपुर के आसपास के क्षेत्र के लिए येलो अलर्ट जारी किया है- जहां से चक्रवात के पार होने की संभावना है।
• अगले तीन दिनों के दौरान, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति खराब होगी। • तटरक्षक बल ने कम दबाव वाले क्षेत्र के खिलाफ मौसम की चेतावनी प्रसारित कर क्षेत्र के मछुआरों को सतर्क कर दिया है। उन्हें 25 सितंबर से अगली सूचना तक गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।