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DCGI ने भारत बायोटेक को इंट्रानैसल बूस्टर डोज के ट्रायल की दी मंजूरी, 9 जगहों पर होंगे परीक्षण

locationनई दिल्लीPublished: Jan 28, 2022 02:44:52 pm

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी DCGI ने भारत बायोटेक को उसकी नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन की बूस्टर खुराक के परीक्षण की इजाजत दे दी है। बताया जा रहा है कि ये परीक्षण 9 जगहों पर किया जाएगा।

DCGI Gives Permission to Bharat Biotech for Intranasal Booster Dose Trials

DCGI Gives Permission to Bharat Biotech for Intranasal Booster Dose Trials

कोरोना वायरस से जंग के बीच लगातार भारत वैक्सीनेशन पर जोर दे रहा है। देश में 162 करोड़ से ज्यादा कोरोना की टीके की खुराक दी जा चुकी हैं। इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी DCGI ने भारत बायोटेक को उसकी नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन की बूस्टर खुराक के परीक्षण की इजाजत दे दी है। माना जा रहा है कि, इस इंट्रा नैजल वैक्सीन की खुराक के जरिए देश में जारी कोरोना के खिलाफ जंग से निपटने में मदद मिलेगी। नाक से दी जाने वाली इस कोरोना वैक्सीन का परीक्षण देश में 9 जगहों पर किया जाएगा।
भारत बायोटेक ने स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन का निर्माण कर देश में इस महामारी के खिलाफ जंग में बड़ी कामयाबी हासिल की है। हाल में डीसीजीआई ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को बाजारों में बिक्री की मंजूरी भी दी है। हालांकि ये मंजूरी कुछ शर्तों के साथ दी गई है। इसके तहत ये वैक्सन मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलेगी बल्कि निजी और सरकारी अस्पतालों में दी जाएगी।

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भारत बायोटेक कंपनी अब बूस्टर खुराक के लिए नाक से दी जाने वाली वैक्सीन बना रही है। इसको लेकर कंपनी को पहली सफलता भी मिल गई है। इसके तहत कंपनी को बूस्टर डोज के इंट्रानैसल का ट्रायल कर करने की मंजूरी मिल गई है। बताया जा रहा है कि कंपनी देश के 9 जगहों पर इसके परीक्षण करेगी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत बायोटेक ने अपनी नैजल वैक्सीन BBV154 को पहले से टीका ले चुके लोगों को बूस्टर डोज के तौर पर उपयोग करने का प्रस्ताव दिया है। वहीं डीसीजीआई की ओर से भारत बायोटेक से तीन हफ्ते पहले मंजूरी के लिए प्रोटोकॉल जमा करने को कहा गया था।
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बता दें कि कोरोना वायरस से जंग के बीच इंट्रानैसल कोविड-19 बूस्टर भारत में इस तरह का पहला हथियार है। ऐसा माना जाता है कि इंट्रानैसल वैक्सीन में ओमिक्रॉन सहित कोरोना वायरस के विभिन्न वेरिएंट को फैलने से रोकने की क्षमता होती है।

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