कुछ वाहनों को शहर में प्रवेश की मिलेगी अनुमति
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लगभग 70 हजार से लेकर 80 हजार ट्रक दिल्ली में रोजाना प्रवेश करते हैं। हालांकि कुछ वाहनों को शहर में प्रवेश अनुमति दी जाएगी उनमें सीएनजी से चलने वाले वाणिज्यिक वाहन शामिल हैं। इसमें ई-ट्रक, सब्जियां, फल, अनाज, अंडे, बर्फ, दूध और अन्य खाद्य पदार्थों व पेट्रोलियम उत्पादों को ले जाने वाले टैंकर शामिल हैं।
शुरू हुआ विरोध
ट्रक ड्राइवरों और वाणिज्यिक वाहन संघों ने दिल्ली सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। उनके द्वारा कहा जा रहा है कि भारी वाहनों का कारोबार करने वालों को इससे करोड़ों रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा। ऑल इंडिया मोटर एंड गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र कपूर ने कहा है कि राजधानी दिल्ली में 15 से 20 दिनों के लिए ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध स्वीकार्य है लेकिन 4 महीने की लंबी अवधि तक के प्रतिबंध का ट्रांसपोर्टरों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।
ट्रकों पर प्रतिबंध लगाना कोई समाधान नहीं
राजेंद्र कपूर ने दिल्ली सरकार से पूछा है कि पाबंदी सिर्फ ट्रकों के लिए ही क्यों है? आप दिल्ली में अन्य डीजल वाहनों पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाते हैं? यदि डीजल एक प्रमुख प्रदूषक है, तो डीजल वाहनों के निर्माण पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। ट्रकों पर प्रतिबंध लगाना कोई समाधान नहीं है।