दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक दिल्ली में इस आयु वर्ग के किशोरों की संख्या करीब 10.16 लाख है। इनमें से 5,44,861 को वैक्सीन की दोनों डोज लग गई हैं। यानी करीब 54 फीसदी बच्चों का टीकाकरण हो चुका है। अब तक 9,13,362 किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लग गई है। दिल्ली में किशोरों के लिए 218 वैक्सीनेशन साइट हैं। बच्चों को कोवैक्सीन लगाई जा रही है। जिसकी दूसरी डोज 28 दिन के अंतराल पर लगाई जाती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अब 12 से 14 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन पर भी विचार कर रहा है। इस आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए भारत में कई वैक्सीन भी उपलब्ध हैं। 12 से 14 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए एक्सपर्ट्स से बातचीत की जा रही है। देश में जल्द ही इन बच्चों के टीकाकरण के शुरू होने की उम्मीद है। दिल्ली में कोरोना के मामलों में भी कमी लगातार जारी है। पिछले 24 घंटों में संक्रमण के 460 मामले आए हैं। राजधानी में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट भी एक सप्ताह से 2 फीसदी से कम बना हुआ है। रिकवरी रेट 98 प्रतिशत हो गया है।
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DDMA ने घटाई कोरोना पाबंदियां:
घटते कोरोना मामलों को देखते हुए DDMA ने भी कोरोना पाबंदियों को भी घाटा दिया है, हालांकि मास्क पहनना अभी भी अनिवार्य ही है। लेकिन DDMA के नए आदेश के अनुसार, मास्क न पहनने या सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर 2 हजार की बजाय 500 का जुर्माना लगेगा जिसके लिए दिल्ली सरकार का स्वास्थ्य विभाग भी आदेश जारी करेगा।
हालांकि, निजी कार में यात्रा कर रहे लोगों को अब मास्क पहनना अनिवार्य नहीं है। सिंगल ड्राइवर भी कर चलाते वक्त मास्क अपनी मर्जी से पहन सकता है। दिल्ली में 1 अप्रैल से ऑनलाइन कक्षाएं बंद कर दी जाएंगी या यूं कहें स्कूल में हाइब्रिड मोड खत्म कर दिया जाएगा।