14 जुलाई को देश में सामने आया मंकीपॉक्स का पहला मामला
इससे पहले केरल में 14 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। इसकी पुष्टि केरल की स्वास्थय मंत्री वीना जॉर्ज ने की थी। इसके बाद 18 जुलाई को दूसरा मामला सामने आया था। यह व्यक्ति दुबई से लौटा था। इसके बाद तीसरा मामला 22 जुलाई को आया था। अब तक देश में मंकीपॉक्स के कुल 4 मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें केरल के 3 और दिल्ली के 1 मामला शामिल है। इससे पहले आए तीन मामलों के मरीजों का कनेक्शन यूएई से सामने आया था, लेकिन इस बाद चौथे मरीज की कोई विदेश यात्रा की हिस्ट्री नहीं है।
WHO घोषित कर चुका है 'ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी'
अब तक दुनिया भर के 70 देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद WHO ने शनिवार को मंकीपॉक्स को लेकर 'ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी' घोषित कर दिया है। इसके साथ ही WHO ने बताया कि अब तक मंकीपॉक्स 70 देशों में फैल चुका है। यह सामान्य बात नहीं है। वहीं WHO ने मंकीपॉक्स का इलाज खोजने के साथ वैक्सीन बनाने की जरूरत पर जोर दिया।
देश में मंकीपॉक्स का पहला मामला आने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए दिशा-निर्देश
- अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को बीमार लोगों के पास जाने व उनके संपर्क से बचने, मृत या जीवित जंगली जानवरों व अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचने की सलाह दी गई है।
- अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को बीमार लोगों के द्वारा यूज की जाने वाली सामग्री जैसे कपड़े, बिस्तर व अन्य सामग्रियों से बचने की सलाह दी गई है।
- अगर किसी को बुखार और शरीर में लाल चकत्ते जैसे मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत सुचित करते हुए नजदीकी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में जाकर परामर्श लें।