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रॉबर्ट वाड्रा ने अवैध तरीके से 50.5 करोड़ रुपए का मुनाफा बनाया: ढींगरा कमिशन

Published: Apr 28, 2017 02:06:00 pm

हरियाणा सरकार ने उस रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट के पास एक सील्ड कवर में पिछले सप्ताह भेजा था। जस्टिस एके गोयल और जस्टिस यूयू ललित की बेंच ने लैंड डील्स से जुड़ी एक लंबित याचिका के सिलसिले में रिपोर्ट मांगी थी।

robert Vadra

robert Vadra

सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा जमीन घोटाले के मामले में फंसते नजर आ रहे है। हरियाणा सरकार द्वारा साल 2015 में गठित ढ़ीगरा रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2008 में कांग्रेस अध्यक्षा के सोनिया गांधी के दामाद हरियाणा में एक जमीन सौदे से गैरकानूनी तौर पर 50.5 करोड़ रुपए मुनाफा कमाए हैं। तो वहीं कमिशन की रिपोर्ट की जानकारी रखने वाले लोगों ने उसके ब्योरे के बारे में ईटी को जानकारी दी है।
मुनाफा के लिए सांठगांठ

मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने कमिशन के हवाले से कहा कि वाड्रा की कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए सांठगांठ की गई थी। आयोग ने वाड्रा और उनकी कंपनियों की ओर से खरीदी गई प्रॉपर्टीज की जांच करने को कहा है। 
मामले में ईटी के सवालों का एक ई-मेल में जवाब देते हुए वाड्रा और स्काइलाइट हॉस्पिटेलिटी के वकील सुमन खेतान ने कहा कि वाड्रा और स्काइलाइट ने कोई गलत हरकत नहीं की थी और किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया था। उन्होंने यह भी कहा कि जमीन पैसा चुकाकर खरीदी गई थी और इनकम टैक्स का पेमेंट भी किया गया था।
साल 2015 में बनाई गई ढ़ीगरा आयोग

ढींगरा कमीशन का गठन मई 2015 में हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने किया था। आयोग को गुडग़ांव के चार गांवों में लैंड यूज बदलने के लिए लाइसेंस दिए जाने की जांच का जिम्मा दिया गया था। इसमें वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए लाइसेंस की जांच भी शामिल थी। आयोग ने अपनी रिपोर्ट पिछले साल 31 अगस्त को दी थी। 
हरियाणा सरकार ने उस रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट के पास एक सील्ड कवर में पिछले सप्ताह भेजा था। जस्टिस एके गोयल और जस्टिस यूयू ललित की बेंच ने लैंड डील्स से जुड़ी एक लंबित याचिका के सिलसिले में रिपोर्ट मांगी थी। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने ढींगरा कमीशन को बनाए जाने की संवैधानिकता को चुनौती दी थी। वह याचिका लंबित है। 
तो वहीं इस मामले में रॉबर्ट गांधी की पत्नी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि उनकी संपत्ति का पति रॉबर्ट वाड्रा या उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी का कोई लेना-देना नहीं है। जो रियल स्टेट कंपनी डीएलएफ के साथ जमनी डील को लेकर हरियाणा सरकार की नजरों में है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा की से जारी एक बयान में बताया गाया है कि स्काईलाइट हॉस्प‍िटलिटी के कथित जमीन सौदे से पहले साल 2006 के अप्रैल में प्रियंका गांधी वाड्रा ने हरियाणा के फरीदाबाद जिले के अमिपुर गांव में 40 केनाल (5 एकड़) जमीन खरीदी थी। इसके लिए उन्होंने 15 लाख रुपए का भुगतान चेक के जरिए कर दिया था। 
उनका कहना कि उनपर लगाए जा रहे आरोप संदिग्ध दस्तावेज पर आधारित और उनकी छवि को धूमिल करने की साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है। इस मामले में उनकी संपत्ति का उनके पति रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी से कोई संबंध नहीं है। 

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