शिकला को जेल में मिल रहे वीआईपी ट्रीटमेंट का खुलासा करने वाली डीआईजी डी रूपा का ट्रांसफर कर दिया गया है। बैंग्लौर ट्रैफिक पुलिस को संभालने को कहा
बैंग्लौर। शशिकला को जेल में मिल रहे वीआईपी ट्रीटमेंट का खुलासा करने वाली डीआईजी डी रूपा का ट्रांसफर कर दिया गया है। डीआईजी डी.रूपा बैंग्लौर जेल में कार्यरत थी। कनार्टक सरकार ने बैंग्लौर ट्रैफिक पुलिस को संभालने को कहा है। कनार्टक सरकार ने एक सकुर्लर जारी तत्काल रूप से उनका ट्रांसफर कर दिया। सकुर्लर में उनके अलावा कई और अफसरों का भी ट्रांसफर किया गया है। बता दें कि डीआईजी डी.रूपा ने एआईएडीएमके प्रमुख शशिकला पर कहा था कि उन्हें जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है।
सौपी थी दूसरी रिपोर्ट
डीआईजी डी रूपा ने शनिवार को ही एआईएडीएमके शशिकला मामले में अपनी दूसरी रिपोर्ट दी थी। डीआईजी रूपा ने कहा था कि जेल में भ्रष्टाचार हो रहा है। डीआईजी रूपा ने जेल प्रशासन पर स्पेशल ट्रीटमेंट देने का आरोप लगाया था। रिपोर्ट में डी रूपा ने केंद्रीय जेल शशिकला के रख-रखाव के मामले पर सवाल उठाए थे। इसके साथ ही उन्होंने एआईएडीएमके अध्यक्ष वीके शशिकला को वीआईपी ट्रीटमेंट देने संबंधित कई महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज डिलीट किए जाने का आरोप लगाया था। डीआईजी डी रूपा ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने अपनी दूसरी रिपोर्ट अधिकारियों को सौंप दी है, लेकिन उन्होंने रिपोर्ट के संबंध में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया था।
फुटेज डिलीट करने का लगाया था आरोप
सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में विजिटर गैलरी में केवल दो सीसीटीवी कैमरा मौजूद हैं। कैमरा नंबर 8 और 9 एडमिशन रूम के पास लगे हुए हैं जिनमें रिकॉर्डिंग की सेवा उपलब्ध नहीं है। शशिकला को एक अलग कमरा दिया गया था कि जिसमें वह किसी से भी मिल सकती थी। सभी घटनाएं कैमरे में कैद हुई थी, लेकिन उसकी रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी गई है। डीआईडी ने अपने वरिष्ठ अधिकारी डीजीपी सत्यनारायण राव पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। उनका आरोप है कि शशिकला को स्पेशल ट्रीटमेंट देने के लिए दो करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई थी। हालांकि राव ने डीआईजी के सभी आरोप को गलत बताया है।